सऊदी अरब में मदीना के पास एक बस और तेल टैंकर की टक्कर में उमरा यात्रा पर गए 42 भारतीय जायरीनों समेत 44 लोगों की मौत हो गई जिनमें से ज्यादातर तेलंगाना के हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने हालांकि प्रारंभिक सूचना के हवाले से बताया कि हादसे में 45 लोगों की मौत हुई है। इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के 18 लोगों की मौत हो गयी है।
28 वर्षीय शेख सैयद अब्दुल रशीद ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सोमवार तड़के मदीना के पास हुए हादसे में उनके परिवार के 18 सदस्य – चाचा, चाची, बहनें, भतीजी और भतीजे – मारे गए, जिसमें 45 उमराह तीर्थयात्री भी शामिल थे। नामपल्ली विधायक मोहम्मद मजीद हुसैन के अनुसार, विद्यानगर निवासी सेवानिवृत्त रेलवे सुरक्षा गार्ड शेख नसीरुद्दीन के 18 रिश्तेदार उमराह करने गए थे और हादसे में मारे गए। जेद्दा रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुसैन ने कहा, “हम एक ही परिवार के इन 18 सदस्यों के नाम और पते की पुष्टि कर रहे हैं।”
सऊदी बस हादसा: एक ही परिवार के 18 लोगों की मौत
नसीरुद्दीन के भतीजे रशीद के अनुसार, 11 सदस्य विद्यानगर के एक घर में रहते थे जबकि सात अन्य हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों में रहते थे। रशीद ने बताया कि उन्होंने अपने इतने सारे रिश्तेदारों के एक साथ यात्रा करने को लेकर आशंका जताई थी। उन्होंने कहा, “मेरे चाचा नसीरुद्दीन के बेटे सिराज, जो अमेरिका में रहते हैं, अब अपने परिवार के एकमात्र जीवित सदस्य हैं, उनके तीन दामादों के अलावा, जो हैदराबाद नहीं गए और वहाँ रहते हैं। वह सऊदी अरब नहीं जा सके, लेकिन उनकी पत्नी और दो बच्चे गए, और पीड़ितों में शामिल हैं।”
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अधिकारियों के अनुसार, नसीरुद्दीन, उनकी पत्नी अख्तर बेगम, बेटा सलाहुद्दीन, बेटियां अमीना, शबाना और रिज़वाना, बहुएँ फरहाना और सना, और दस पोते-पोतियाँ – अनीसा, रिदा, मेहरीन, ज़ैनुद्दीन, फ़ातिमा, मरियम, उमैज़ा, तहरीन, हुज़ैफ़ा, उज़ैर, शाज़ैन, अहमद और सैयद – बस में सवार थे। आसिफनगर के कृष्णा नगर एन्क्लेव में, मोहम्मद रज्जाक, जो अस्वस्थता के कारण मक्का नहीं जा सके, ने अपनी पत्नी शौकत बेगम, बेटे मोहम्मद मंसूर, बहू फरहीन और पोती ज़हीन बेगम सहित चार सदस्यों को खो दिया।
तेलंगाना सरकार देगी सऊदी हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये
तेलंगाना सरकार ने पीड़ितों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है । तेलंगाना सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने बताया कि औपचारिकताएँ पूरी करने के लिए प्रत्येक पीड़ित के दो रिश्तेदारों को सऊदी अरब भेजने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि अंतिम संस्कार वहीं करने का निर्णय लिया गया है। अज़हरुद्दीन, विधायक हुसैन और अन्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय अधिकारियों और भारतीय दूतावास के साथ समन्वय की निगरानी के लिए सऊदी अरब रवाना हो गया है।
सऊदी अरब में बस हादसे में मारे गए 45 लोग
सऊदी अरब में स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि एक भारतीय बच गया है और उसका इलाज किया जा रहा है। पता चला है कि बस में सवार दो स्थानीय सहायक भी इस हादसे में मारे गए। मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के पार्थिव शरीर को किंग फहद अस्पताल, किंग सलमान अस्पताल और अल मिकत अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा जेद्दा स्थित भारतीय मिशन के अधिकारी स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
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एक अधिकारी ने बताया, “मृतकों के परिवारों के पास शवों की पहचान हो जाने के बाद, उन्हें भारत वापस भेजने या स्थानीय रीति-रिवाजों के अनुसार जन्नतुल बाकी (मदीना स्थित कब्रिस्तान) में दफनाने का विकल्प होगा।” उन्होंने बताया कि यह दुर्घटना मदीना से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थानीय समयानुसार रात लगभग 11 बजे (रविवार रात भारतीय समयानुसार सुबह 1:30 बजे) हुई। अधिकारियों ने बताया कि बस सड़क के किनारे रुकी थी और इसी दौरान एक तेल टैंकर बस से टकरा गया, जिसके कारण विस्फोट हो गया। सऊदी अधिकारी वर्तमान में उन परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं जिनके कारण यह दुर्घटना हुई। पता चला कि बस मक्का से मदीना जा रही थी।
(भाषा के इनपुट के साथ)
