Saudi Arab: सऊदी अरब में एक महिला को 45 साल की जेल हुई है। महिला को यह सजा सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने को लेकर हुई है। दरअसल नूरा अल-क़हतानी नामक महिला को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए सामाजिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और देश की छवि को धूमिल करने के लिए बुधवार, 31 अगस्त को 45 साल जेल की सजा मिली है।

बता दें कि महिला पर साइबर अपराध विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई है। हालांकि नूरा का ट्विटर पर अकाउंट अधिक सक्रिय नहीं पाया गया है, लेकिन उनके ट्वीट के चलते उनको जुलाई 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके ट्वीट के चलते विशेष न्यायालय में नूरा को दोषी माना है और बीते बुधवार को 45 साल की सजा सुनाई।

नूरा पर कोर्ट की कार्रवाई से जुड़े कागजात को सऊदी अरब की वाशिंगटन स्थित संस्था ने जारी किये हैं। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में इन कागजातों की पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि पाया गया है कि नूरा अल-क़हतानी अपने ट्विटर पर अधिक गतिविधियां नहीं करती थीं लेकिन उनकी एक ट्वीट उनकी परेशानी का सबब बन गया। अपने मामले में नूरा ने इस महीने की शुरूआत में उच्च अदालत में अपील की थी लेकिन वहां से उन्हें राहत नहीं मिल सकी।

आरोप पत्र में क्या कहा गया:

नूरा की सोशल मीडिया गतिविधियों को लेकर आरोप पत्र में कहा गया है कि न्यायाधीशों ने उन्हें “सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचाने” और “सामाजिक ताने-बाने को अस्थिर करने” का दोषी पाया है। फिलहाल यह बात पता नहीं चल सकी कि नूरा कहतानी ने अपने ट्वीट में क्या चीज पोस्ट की थी और मामले की सुनवाई कहां हुई।

बता दें कि ऐसे मामलों से यह अबतक की सबसे बड़ी सजा मानी जा रही है। वहीं इससे पहले सऊदी अरब ने सलमा अल-शहाब नाम की एक महिला को भी सोशल मीडिया के इस्तेमाल के चलते 34 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। दरअसल लीड्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली सऊदी की छात्रा छुट्टी पर घर आई थी। उस दौरान उसे 34 साल की जेल की सजा सुना दी गई थी। उस पर आरोप था कि उसका ट्विटर पर अकाउंट है और उसने कुछ एक्टिविस्ट्स को फॉलो किया और उनके ट्वीट को रिट्वीट किया।