मशहूर लेखक सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले हादी मतार को 25 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। हादी मतार पर चाकू से हमला करने और सलमान रुश्दी की एक आंख को अंधा कर देने के जुर्म में 25 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। 27 वर्षीय हादी मतार को फरवरी में हत्या के प्रयास और हमले का दोषी ठहराया गया था। यह हमला 2021 में न्यूयॉर्क में हुआ था, जहां सलमान रुश्दी चॉटोक्वा इंस्टीट्यूशन कार्यक्रम में बोलने वाले थे।
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि 77 वर्षीय सलमान रुश्दी, हादी मतार को सजा सुनाए जाने के समय कोर्ट में मौजूद नहीं हुए, लेकिन उन्होंने एक लिखित संदेश दिया। मुकदमे के दौरान लेखक ही मुख्य गवाह थे। उन्होंने बताया कि उन्हें लगा कि वे मरने वाले हैं, तभी एक नकाबपोश व्यक्ति ने उनके सिर और शरीर पर एक दर्जन से अधिक बार चाकू से वार किया।
25 वर्ष की मिली सजा
हादी मतार को सलमान रुश्दी की हत्या के प्रयास के लिए अधिकतम 25 वर्ष की सजा मिली। चॉटोक्वा काउंटी के जिला अटॉर्नी जेसन श्मिट ने अदालत को बताया कि मंच पर मौजूद एक अन्य व्यक्ति को घायल करने के लिए भी उसे सात वर्ष की सजा सुनाई गई है, लेकिन दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। सजा सुनाए जाने से पहले हादी मतार ने अदालत में रुश्दी की आलोचना की। एपी के अनुसार दोषी ने रुश्दी को पाखंडी कहा।
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वहीं रुश्दी के वकील ने अदालत में कहा, “आरोपी ने इस हमले की योजना बनाई ताकि वह न केवल रुश्दी को, बल्कि इस समुदाय को भी अधिकतम क्षति पहुंचा सके।” उन्होंने न्यायाधीश से हादी मतार को पूरी सजा देने को कहा था। दोषी हादी मतार के वकील लोक अभियोजक नाथनियल बैरोन ने कहा कि उनके मुवक्किल का कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उन्होंने 12 वर्ष की हल्की सजा की मांग की। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या दर्शकों को भी पीड़ित माना जाना चाहिए।
दोषी ने क्यों किया था हमला?
हमले के बाद रुश्दी को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्होंने पेंसिल्वेनिया में 17 दिन और न्यूयॉर्क शहर के एक पुनर्वास केंद्र में तीन हफ्ते से अधिक समय बिताया। संघीय एजेंसियों के अनुसार हादी मतार दशकों पहले जारी किए गए एक धार्मिक आदेश से प्रभावित था, जिसमें रुश्दी की मृत्यु का आह्वान किया गया था। यह फतवा ईरानी नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी द्वारा 1989 में रुश्दी की पुस्तक द सैटेनिक वर्सेज के प्रकाशन के बाद जारी किया गया था, जिसे कुछ मुसलमानों ने आपत्तिजनक माना था। अधिकारियों ने कहा कि हादी मतार का मानना है कि फतवा अभी भी वैलिड है और लेबनान स्थित समूह हिजबुल्लाह द्वारा इसका समर्थन किया जाता है।
हादी मतार ने संघीय आरोपों से खुद को निर्दोष बताया है, जिनमें आतंकवादियों को सहायता प्रदान करना और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में संलिप्त होना शामिल है। मुकदमे के दौरान कोर्टरूम में चलाए गए वीडियो में हादी मतार को मंच पर रुश्दी के पीछे आते और उन पर बार-बार चाकू से हमला करते हुए दिखाया गया। जब रुश्दी खड़े होकर अपना बचाव करने का प्रयास करते हैं तो दर्शक चिल्लाते हुए सुनाई देते हैं, इससे पहले कि दोनों व्यक्ति जमीन पर गिर पड़ते हैं और अन्य लोग हमले को रोकने के लिए दौड़ पड़ते हैं। पहले मुकदमे में जूरी सदस्यों को फैसला सुनाने में दो घंटे से भी कम समय लगा।