रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जीने के लिए तीन साल का समय दिया गया है। वो तेजी से बढ़ने वाले कैंसर का शिकार हो चुके हैं। एफएसबी (रूसी संघीय सुरक्षा सेवा) के एक अधिकारी ने दावा किया है कि पुतिन की आंखों की रोशनी भी कम हो रही है। हालांकि, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रविवार को राष्ट्रपति पुतिन के बीमार होने की अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा कुछ नहीं दिखा है।

इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक एफएसबी अधिकारी ने ब्रिटेन में रहने वाले पूर्व रूसी जासूस बोरिस कारपिचकोव को पुतिन की बिगड़ती सेहत के बारे में जानकारी दी। इसमें बताया गया है कि वो सिरदर्द से पीड़ित हैं। वो टीवी पर आते हैं तो उनके सामने कागज पर बड़े अक्षर लिखकर रखे जाते हैं, जिससे वो आराम से पढ़कर अपनी बात कह सकें। उनकी आंखों की रोशनी लगातार कम होती जा रही है। पेट की सर्जरी ठीक हुई थी लेकिन फिर भी उनकी सेहत खराब हो रही है।

खुफिया एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि 69 वर्षीय पुतिन की आंखों की रोशनी जा रही है। रूस में दो दशकों से अधिक समय से सत्ता में रहे व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में सेना भेजी थी। जिससे दुनिया भर को झटका लगा। यूक्रेन से लड़ाई अभी तक चल रही है और इसी बीच माना जा रहा है कि सेहत के मामले में पुतिन दुरुस्त नहीं हैं। खास बात है कि ये जानकारी उन अटकलों के बीच आई है जब पुतिन का स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा है।

उधर, लावरोव ने कहा कि पुतिन अक्टूबर में 70 वर्ष के हो जाएंगे। वो रोजाना सार्वजनिक रूप से दिखाई देते हैं। वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनका कहना है कि आप उन्हें स्क्रीन पर देख सकते हैं। उनके भाषण पढ़ और सुन सकते हैं। इसमें साफ दिख जाएगा कि वो पूरी तरह से सामान्य हैं। ये सारी बातें अफवाहों के तौर पर फैलाई जा रही हैं।

गौरतलब है कि पुतिन ने सारी दुनिया को तब हैरान कर दिया था जब इस साल के शुरू में कई महीनों के इन्कार के बाद यूक्रेन में ‘मिलिटरी ऑपरेशन’ का ऐलान कर दिया था। रूसी राष्ट्रपति के इस एलान के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव समेत देश के अन्य हिस्सों में धमाकों की आवाजें सुनी गईं। अभी भी रूसी सेना यूक्रेन में डटी हुई है। पुतिन अपने पड़ोसी देश पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित करना चाहते हैं।