अमेरिकी अधिकारियों ने रविवार (17 अप्रैल) को कहा कि एक रूसी एसयू-27 लड़ाकू जेट ने अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में एक नियमित उड़ान के दौरान अमेरिकी वायुसेना के एक जासूसी विमान का ”असुरक्षित और गैर-पेशेवर तरीके से” काफी करीब से चक्कर लगाया, जिससे दोनों प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। अमेरिकी सेना के यूरोपीय कमान के प्रवक्ता डैनी हर्नांडेज ने बताया कि बीते गुरुवार (14 अप्रैल) को बाल्टिक सागर के ऊपर यह घटना उस वक्त हुई जब रूसी जेट ने बहुत ही आक्रामक ढंग से उड़ान भरी और यह अमेरिकी विमान के 50 फुट के दायरे में आ गया। उन्होंने कहा कि रूसी विमान एसयू-27 अमेरिकी विमान यूएस आरसी-135 के बाईं तरफ से आया और फिर विमान के दाएं हिस्से के आखिरी छोर के ऊपर चला गया।
‘सीएनएन’ ने हर्नांडेज के हवाले से बताया कि रूसी जेट ने अमेरिकी विमान को असुरक्षित और गैर पेशेवर तरह से रोका। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विमान कभी रूसी क्षेत्र में नहीं गया था। हर्नांडेज ने कहा कि इस तरह की हरकतों से दोनों देशों के बीच अनावश्यक तनाव बढ़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका इस घटना को लेकर रूसी सरकार के समक्ष विरोध दर्ज करा रहा है। इससे पहले, पेंटागन की प्रवक्ता लॉरा सील ने बताया कि अमेरिकी विमान अंतरराष्ट्रीय वायु क्षेत्र में उड़ान भर रहा था और वह कभी भी रूसी हिस्से में दाखिल नहीं हुआ।
इस बीच, रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार (17 अप्रैल) को इस बात से इनकार किया कि किसी रूसी जेट ने इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी वायुसेना के किसी विमान को रोका था और असुरक्षित अंदाज में पेश आया था। मंत्रालय ने पेंटागन की ओर से की गई आलोचना को भी खारिज कर दिया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने कहा, ‘‘रूसी विमान ने वायु क्षेत्र के इस्तेमाल संबंधी अंतरराष्ट्रीय नियमों का सख्ती से पालन करते हुए पूरी उड़ान भरी थी। कोई आपातकालीन स्थिति पैदा नहीं हुई थी ।’’
रूस ने साथ ही यह भी कहा कि एसयू-27 को ‘‘तेज रफ्तार से रूसी सीमा की तरफ यात्रा कर रहे एक हवाई लक्ष्य’’ की पहचान करने के लिए भेजा गया था। इगोर ने कहा कि जब आरसी-135 रूसी जेट को नजर आने लगा तो अमेरिकी विमान ने ‘‘रूसी सीमा से दूर होते हुए अपनी उड़ान का रास्ता बदल लिया ।’’
एसयू-27 और आरसी-135 के बाबत ये खबरें ऐसे समय में आई हैं जब कुछ ही दिनों पहले मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास ने उस घटना पर रूसी सरकार के समक्ष औपचारिक तौर पर अपनी चिंताएं जाहिर की थी जिसमें रूसी लड़ाकू विमानों ने इस हफ्ते बाल्टिक सागर में यूएसएस डोनाल्ड कुक के काफी करीब से उड़ान भरी थी। अमेरिकी सेना की यूरोपीय कमान ने बताया कि यह वाकया बिल्कुल हमले जैसा लग रहा था। रूस ने इस बात से इनकार किया है कि यह कार्रवाई उकसावे वाली थी।