रूस यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका समेत सभी पश्चिमी देश रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं जिससे उस पर युद्ध रोकने को लेकर दबाव बने। दूसरी तरफ रूस युद्ध को जारी रख लगातार अमेरिका और पश्चिमी देशों को चुनौती दे रहा है। इसी बीच रूस ने पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए कहा है कि अगर रूसी कच्चे तेल और गैस के आयत पर प्रतिबंध लगाया तो कच्चे तेल के दाम 300 डॉलर प्रति बैरल या अधिक पर पहुंच जाएगे।
रूसी उपप्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने सरकारी टीवी चैनल पर बयान देते हुए कहा कि “रूस से कच्चे तेल आपूर्ति पर यदि प्रतिबंध लगाया जाता है तो दुनिया में तेल की कीमतों को हाहाकार मच जाएगा। कच्चे तेल की कीमतें अप्रत्याशित रूप से 300 बैरल प्रति डॉलर तक जा सकती है।”
यूरोप के पास नहीं रूस का विकल्प: यूरोप का बड़ी मात्रा में कच्चे तेल रूस से आयात किया जाता है। ऐसे में यदि रूस से कच्चे तेल की आपूर्ति बाधित हो जाती है। तो यूरोप ऊर्जा का संकट खड़ा हो जाएगा। नोवाक ने आगे कहा कि रूस जितना तेल यूरोप को निर्यात करता है उसे प्रतिस्थापन (Replacement) करने में कम से कम एक साल लगेगा और उन्हें इसके लिए रूस के मुकाबले कही अधिक पैसे देने पड़ेंगे।
गैस का निर्यात बंद करने की दी धमकी: नोवाक ने कहा कि रूस यूरोप की जरूरत का लगभग 40 फीसदी से अधिक गैस का निर्यात करता है और अभी तक अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभा रहा है। नोर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर रोक के बदले रूस भी नोर्ड स्ट्रीम 1 गैस पाइपलाइन पर रोक लगा सकता है। हालांकि अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने इससे पहले रूस को चेतावती देते हुए कहा था कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश मिलकर रूस के तेल और गैस निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं। जिसके बाद रूस की तरफ से यह कड़ी प्रतिक्रिया आई। इससे पहले सोमवार को कच्चा तेल 14 साल के सबसे उच्चतम स्तर 130 डॉलर प्रति बैरल को पर कर गया था।