यूक्रेन के खिलाफ रूस के मिलिट्री ऑपरेशन का आज दूसरा दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बने एक हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया है। उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) का कहना है कि दुश्मनों के निशाने पर वे पहले नंबर पर हैं लेकिन वे कहीं नहीं जाने वाले हैं। “हम वे नहीं हैं जिन्होंने यह युद्ध शुरू किया है। लेकिन हमें इसे खत्म करना है।” 2019 में यूक्रेन के राष्ट्रपति बनने के बाद अपने उद्घाटन भाषण से वोलोडिमिर जेलेंस्की के शब्द रूस के आक्रमण के बीच चर्चा में हैं। अभिनेता और कॉमेडियन से यूक्रेन के राष्ट्रपति तक का सफर तय करने वाले वोलोडिमिर जेलेंस्की ने तब डोनबास में युद्धविराम का वादा किया था।

वोलोडिमिर जेलेंस्की कभी यूक्रेनी टेलीविजन के एक सुपरहिट कॉमेडियन थे। जेलेंस्की को राष्ट्रपति बनने तक राजनीति का कोई अनुभव नहीं था। जेलेंस्की ने टेलीविजन पर एक राष्ट्रपति की भूमिका निभाई थी, लेकिन वास्तविक जीवन में कोई पूर्व राजनीतिक अनुभव नहीं था। ‘लव इन द बिग सिटी’ और ‘8 फर्स्ट डेट्स’ जैसी कम से कम 6 फिल्मों में उनकी भूमिकाओं और 1+1 टेलीविजन चैनल पर दिखाई देने के अलावा, उनका सबसे लोकप्रिय अभिनय उनका आखिरी अभिनय बन गया। इस शो में एक हाई स्कूल टीचर जो अप्रत्याशित रूप से देश का राष्ट्रपति बन जाता है।

रील लाइक कैरेक्टर ने और भी लोकप्रिय बनाया

2014 का साल जेलेंस्की के साथ-साथ यूक्रेन के लिए भी काफी महत्वपूर्ण रहा था। इसी साल यूक्रेनी जनता ने विद्रोह कर रूसी समर्थक राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को हटा दिया था। एक साल बाद पॉलिटिकल सटायर ‘सर्वेंट ऑफ द पीपल’ ने वोलोडिमिर जेलेंस्की के नाम को और ज्यादा फेमस कर दिया। इस सटायर में जेलेंस्की ने वासिली गोलोबोरोडको नाम के एक शख्स का किरदार निभाया था। इस शो में उन्होंने राष्ट्रपति का किरदार निभाया, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था।

73 फीसदी वोटों से साथ जीता चुनाव

इस किरदार की तरह ही जेलेंस्की का अभियान, जिसका उद्देश्य सोशल मीडिया के माध्यम से युवा मतदाताओं के लिए न्यूनतम मीडिया उपस्थिति के साथ था, वह भ्रष्टाचार को खत्म करने पर केंद्रित था। हालांकि जेलेंस्की ने रैलियों और इंटरव्यू से परहेज किया, लेकिन वह टीवी पर दिखाई देते रहे और यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उनके भाषणों ने देश में बदलाव की बढ़ती मांग को और बल दिया।

जेलेंस्की ने 2019 में राजनीतिक कदम उठाने का फैसला किया। जेलेंस्की ने राष्ट्रपति चुनाव में तत्कालीन राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको को चुनौती दी। ओपिनियन पोल में वह अपने प्रतिद्वंदी पर भारी पड़ते दिखाई देने लगे। आखिर में उन्होंने 73% वोटों के साथ चुनाव जीता और यूक्रेन के राष्ट्रपति बन गए।