Russia Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों को धता बता कर यूक्रेन के कुछ हिस्सों को रूस में मिलाने के ऐलान के लिए क्रेमलिन में एक आयोजन किया। इस दौरान, रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों के विलय की घोषणा की। क्रेमलिन के सेंट जॉर्ज हॉल में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि यह लाखों लोगों की इच्छा है। वहीं, रूस के इस कदम के बाद अमेरिका ने 1000 से अधिक रूसी व्यक्तियों और संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस उसका हिस्सा बने नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। साथ ही पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए बैठने का आग्रह किया, लेकिन साथ ही आगाह भी किया कि रूस में शामिल किए गए उसके इलाकों को मास्को नहीं छोड़ेगा।

इसके पहले, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दो और क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दी, जो रूस द्वारा उन पर कब्जा जमाने की तरफ इशारा करता है। पुतिन ने शुक्रवार सुबह खेरसॉन और जापोरिज्जिया क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देते हुए आदेश जारी किए। पुतिन ने फरवरी में लुहांस्क और दोनेत्स्क और इससे पहले क्रीमिया के लिए इसी तरह के कदम उठाए थे। वहीं, अब रूस ने अंतर्राष्टीय कानूनों की परवाह न करते हुए यूक्रेन के चार क्षेत्रों के विलय का ऐलान कर दिया है।

यूक्रेन के और अधिक हिस्से पर कब्जा करने की रूस की योजना सात महीने के युद्ध में तेजी आने का संकेत है जबकि दूसरी तरफ, रूस के इस कदम का वैश्विक स्तर पर विरोध हो रहा है। रूस ने इन क्षेत्रों की स्वतंत्रता को तब मान्यता दी है जब कुछ दिनों पहले उसने ‘जनमत संग्रह’ कराया था। यूक्रेन और पश्चिम देशों ने जनमत संग्रह के लिए हुई वोटिंग को गैरकानूनी बताकर इसकी निंदा की है।

यूक्रेन से बातचीत के लिए आग्रह किया

पुतिन ने ऐलान किया कि रूस के पास अब चार नए क्षेत्र हैं। व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से सैन्य कार्रवाई बंद करने और बातचीत के लिए आगे आने का आग्रह किया। जबकि, कीव ने रूस द्वारा कब्जा की गई जमीन को फिर से वापस लेने की ठानी हुई है और कहा है कि रूस के इन क्षेत्रों पर कब्जा करने के फैसले ने बातचीत की किसी भी संभावना को खत्म कर दिया है।