यूक्रेन के लोगों में रूस के हमले के खिलाफ देश की रक्षा के लिए कितना जूनून है इसका प्रमाण यूक्रेनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक वीडियो में दिखा। उत्तरी यूक्रेन के बखमाक शहर में एक निहत्था नागरिक ने सामने से आ रहे रूस के एक फौजी टैंक को अपने हाथों से रोकने की कोशिश करता है। टैंक उसे धक्का देकर गिरा देता है, उसके बावजूद वह फिर से प्रयास करता है। इस बार फिर उसके साथ वही होता है, लेकिन वह सड़क पर घुटनों के बल बैठकर टैंक को रोकने की असफल कोशिश करता है। बाद में स्थानीय लोग उसे वहां से हटाते हैं, लेकिन वह जान की परवाह न करते हुए रूसी टैक से भिड़ने की जिद करता रहा।

रूस दुनियाभर में विरोध की परवाह नहीं करते हुए यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। जबकि यूक्रेन भी रूस जैसे बड़े देश से मुकाबला करने के लिए पूरे साहस के साथ डटा हुआ है। यूक्रेन के नागरिक भी अपने देश के लिए जी जान से संघर्ष कर रहे हैं।

इस बीच रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के एक मुख्य चौराहे तथा अन्य असैन्य ठिकानों पर मंगलवार को हमला किया। इसके साथ ही रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के और करीब पहुंच गई है तथा करीब 40 मील के काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं। क्रेमलिन के कठिन आर्थिक प्रतिबंधों के चलते अलग-थलग पड़ने के बीच रूसी सैनिक युद्ध के छठे दिन यूक्रेन के दो सबसे बड़े शहरों की ओर बढ़ गए।

रूस के इस हमले ने 21वीं सदी की विश्व व्यवस्था को झकझोर दिया है। ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में लगभग 15 लाख की आबादी वाले रणनीतिक खारकीव में क्षेत्र के सोवियत-युग के प्रशासनिक भवनों और आवासीय क्षेत्रों में विस्फोट होते दिखाई दिए। इस बीच खारकीव में आज हुए एक हमले की चपेट में आने से कर्नाटक निवासी एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से किसी भारतीय की मौत का यह पहला मामला है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने खारकीव के मुख्य चौराहे पर हुए मिसाइल हमले को “निर्विवाद आतंक” करार दिया और इसे युद्ध अपराध कहा। उन्होंने कहा, “कोई भी माफ नहीं करेगा। कोई नहीं भूलेगा … यह रूसी संघ का राज्य आतंकवाद है।” जेलेंस्की ने आज यूरोपीय संघ की संसद से एक भावनात्मक अपील में कहा कि यूक्रेन “यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी” लड़ रहा है। उन्होंने कहा, “मेरा मानना ​​​​है कि आज हम हर किसी को दिखा रहे हैं कि हम क्या हैं … हमने साबित कर दिया है कि कम से कम, हम आपके जैसे ही हैं।”