Russia Ukraine war: रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने रूस के नियंत्रण वाले डोनेत्स्क क्षेत्र में ओलेनिवका की जेल पर हमले में अमेरिका द्वारा दिए गए एचआईएमएआरएस मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया। रूसी अधिकारियों और अलगाववादी अधिकारियों ने कहा कि इस हमले में 53 यूक्रेनी युद्धबंदियों की मौत हो गई और जबकि इस हमले में 75 युद्धबंदी घायल हो गए।

रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने इस हमले को उकसावा करार दिया है और कहा कि इसका उद्देश्य यूक्रेनी सैनिकों को सरेंडर करने से हतोत्साहित करना था। उन्होंने बताया कि इस हमले मे आठ जेल गार्ड भी घायल हुए हैं। हालांकि,यूक्रेनी सेना ने ओलेनिवका पर रॉकेट हमले से इनकार किया है और कहा है कि उनकी तरफ से रिहायशी इलाकों में गोलीबारी नहीं की गई और उसका निशाना केवल रूसी सैन्य ठिकाने थे।

रूस और यूक्रेन अलगवादी पूर्वी क्षेत्र स्थित उस जेल पर गोलाबारी को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर दर्जनों यूक्रेनी युद्धबंदियों की मौत हो गई। इनको मई महीने में मारियुपोल पर रूसी कब्जे के बाद गिरफ्तार किया गया था। अब इसको लेकर दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की तरफ से बयान जारी किए गए हैं। उनका प्रतिरोध 24 फरवरी को शुरू हुए रूसी सैन्य कार्रवाई के खिलाफ यूक्रेनी संघर्ष का प्रतीक बन गया है।

अजोव रेजिमेंट और अन्य यूक्रेनी यूनिट्स ने करीब तीन महीने तक स्टील मिल को रूसी सैनिकों के कब्जे से बचाए रखा। मई में रूस की तरफ से किए जा रहे चौतरफा हमलों के बाद 2,400 से अधिक लड़ाकों ने सरेंडर कर दिया था। डोनेत्स्क जैसे रूस के कब्जे वाले इलाकों में बड़ी संख्या में यूक्रेनी सैनिकों को जेलों में डाल दिया गया था।

दोनों तरफ के दावों की पुष्टि नहीं

यूक्रेनी सेना ने आरोप लगाया कि रूस ने यूक्रेन पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाने और वहां लोगों को यातना और मौत की सजा देने की घटना को छुपाने के लिए जानबूझकर जेल पर गोलीबारी की। हालांकि, किसी भी दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी।