रूस और यूक्रेन के बीच में जारी युद्ध अभी भी समाप्त नहीं हुआ है, जमीन पर स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। इसी कड़ी में जब यूक्रेन की तरफ से रूस पर एक गंभीर आरोप लगा दिया गया है। कहा गया है कि रूसी मिसाइल ने यूक्रेन के एक जरूरी बांध को बम से उड़ा दिया है। कहा जा रहा है कि उस एक हमले की वजह से यूक्रेन के कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

यूक्रेन में बाढ़ का खतरा?

यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि अगले पांच घंटे के अंदर में पानी का स्तर गंभीर स्तर तक पहुंच जाएगा। हालात को देखते हुए राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी अपने अधिकारियों को तलब किया है, आपातकाल बैठक होने वाली है। इससे पहले भी यूक्रेन की तरफ से रूस पर ऐसे आरोप लगाए गए हैं। अभी के लिए रूस ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन जमीन पर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

लोगों को घर छोड़ने का आदेश

इस हमले के बाद कहा जा रहा है कि खेरसॉन शहर का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ के खतरे से ग्रसित हो सकता है। इसके अलावा पश्चिमी तट के 10 गांव भी बाढ़ का शिकार हो सकते हैं। इसी वजह से कई लोगों को कहा गया है कि वे समय रहते अपना जरूरी सामान लेकर दूसरी जगह के लिए निकल जाएं। वैसे एक तरफ दोनों देशों के बीच में युद्ध की स्थिति बनी हुई है, तो ये वाली तल्खी अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी जगजाहिर होने लगी है।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दिख रही तल्खी

असल में कुछ समय पहले ही तुर्की की राजधानी अंकारा में पार्लियामेंटरी असेंबली ऑफ द ब्लैक सी इकोनॉमिक कॉपरेशन (PABSEC Summit) की बैठक में रूस के प्रतिनिधि और यूक्रेन के सांसद के बीच झड़प का वीडियो सामने आया था। इसी बीच यूक्रेन के सांसद ओलेक्जेंडर मारिकोव्सकी ने यूक्रेन का राष्ट्रीय ध्वज लहराया तो रूस के प्रतिनिधि ने यूक्रेनी सांसद के हाथ से झंडा छीन लिया। इससे नाराज होकर यूक्रेन के सांसद ओलेक्जेंडर मारिकोव्सकी ने रूस के प्रतिनिधि पर प्रोटोकॉल को दरकिनार कर हमला बोल दिया। वो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल रहा था और उस पर काफी विवाद भी देखने को मिला।