रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका ने चीन को चेतावनी दी है। अमेरिका ने चीन द्वारा मास्को (रूस) को सैन्य या वित्तीय सहायता प्रदान करने के खिलाफ चीन को चेतावनी दी है, क्योंकि रूसी राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार रूस ने चीन से सैन्य और आर्थिक सहायता मांगी है और चीन ने सहायता प्रदान करने की इच्छा का संकेत भी दिया है।
रूस ने अमेरिकी दावे को नकारा: रूस ने अमेरिकी दावे को नकार दिया है। रूस ने कहा कि उसके पास अपने सभी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका की रिपोर्ट को ‘दुष्प्रचार’ (disinformation) करार दिया है।
रूस के नुकसान की भरपाई किसी देश को नहीं करने देंगे: यूएस विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा कि “अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के रोम में चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिएची से मुलाकात के दौरान ही स्पष्ट रूप से बीजिंग को सूचित कर दिया है कि हम इसके लिए खड़े नहीं होंगे। हम किसी भी देश को रूस के नुकसान की भरपाई नहीं करने देंगे।” वहीं संयुक्त राष्ट्र ने जानकारी दी है कि युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 28 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के मद्देनजर रूस को चीन के समर्थन के बारे में बहुत स्पष्ट रूप से अवगत करा दिया है। हमने अपनी ओर से साफ कर दिया कि रूस को इस तरह का समर्थन न सिर्फ अमेरिका के साथ बल्कि दुनिया के अन्य देशों के साथ भी संबंधों पर असर डालेगा।”
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 20वां दिन है और दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच चार दौर की बातचीत भी हो चुकी है। अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि रूस, यूक्रेन पर अब तक 900 से अधिक मिसाइलें दाग चुका है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ने अमेरिकी मीडिया को दिए बयान में कहा कि रूस-यूक्रेन जंग मई तक खिंच सकता है। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध मामले पर अंंतरराष्ट्रीय अदालत 16 मार्च को अपना फैसला सुना सकता है।