रूस और यूक्रेन में तनाव का असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। यदि बीते 24 घंटे की बात करें तो रूसी सेना के यूक्रेन में घुसने के बाद दुनिया के ज्यादातर शेयर बाजार धराशाई हो गए। दूसरी तरफ कच्चे तेल और सोने में भारी तेजी देखने को मिल रही है।

शेयर बाजारों में भारी गिरावट: दुनिया के ज्यादातर शेयर बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रहा है। रूसी हमले के बाद भारतीय समय के अनुसार शाम 4 बजे तक अमेरिका का डाउ जॉन्स 1.38 फीसदी फिसल गया, यूरोपीय देश जर्मनी का डैक्स 4.64 फीसदी , फ्रांस का सीएसी 4.6 फीसदी और यूके के एफटीएसई 100 में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं, यूरोप में सबसे अधिक 10.8 की गिरावट पोलैंड के शेयर बाजार में हुई।

भारतीय शेयर बाजार में भी बिकवाली हावी रही। 23 फरवरी 2022 को बाजार बंद होने तक सेंसेक्स में 4.72 फीसदी और निफ्टी में 4.78 फीसदी की गिरावट हुई।

50% तक फैसले रूसी शेयर बाजार: यूक्रेन पर हमले के बाद प्रतिबंधों के डर से रूस के शेयर बाजार में भारी गिरावट आई । दोपहर 2 बजे रूसी शेयर बाजार के अहम सूचकांक आरटीएस (RTS) इंडेक्स 50 फीसदी की गिरावट के साथ 612.69 अंक और एमओईएक्स (MOEX) 44.59 फीसदी की गिरावट के साथ 1,226 अंक पर कारोबार कर रहे थे। रूसी शेयर बाजार में आज अधिक बिकवाली के चलते 2 घंटे के लिए ट्रेडिंग भी बंद करनी पड़ी।

$100 के पार पहुंचा कच्चा तेल:रूस पूरी दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। ऐसे में रूस के द्वारा युद्ध में भाग लेने से दुनिया में कच्चे तेल की सप्लाई कम हो जाएगी। इसी कारण गुरुवार को ब्रेंट क्रूड की कीमतें 8 फीसदी उछाल के साथ 101 डॉलर प्रति बैरल के पास पहुंच गए। जिससे दुनिया में एक बार फिर से महंगाई का खतरा बढ़ गया है।

सोने की कीमतों में तेजी: यूक्रेन और रूस के बीच टकराव का असर सोने की कीमतों पर भी दिखा है। पुतिन के यूक्रेन में सैनिक कार्रवाई शुरू करने के ऐलान के बाद सोने के अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट की कीमतों में 3.2 फीसद उछल कर 1972 डॉलर पर पहुंच गई।