रूस-यूक्रेन युद्ध के 35 दिन हो चुके हैं। इतने दिनों में रूस, यूक्रेन के लगभग सभी शहरों को तबाह कर चुका है। रूसी मिसाइलें और लड़ाकू विमानों ने सबसे ज्यादा यूक्रेन को नुकसान पहुंचाया है। यूक्रेन के इर्पिन शहर में पूरी तरह से मातम छाया हुआ है।
बमबारी में तबाह शहर- मिली जानकारी के अनुसार रूस पिछली रात कई शहरों पर लगातार बमबारी करते रहा है। यूक्रेन के चेर्निहाइव शहर के गवर्नर का कहना है कि रूस के हमलों में कोई कमी नहीं आई है। वहीं बुधवार तड़के कीव में हवाई हमले के सायरन बजाए गए। कीव के उप महापौर, मायकोला पोवोरोज़्निक ने कहा कि राजधानी में रात भर गोलाबारी नहीं हुई थी, हालांकि शहर के चारों ओर गोलियों की आवाज सुनी गई थी।
इर्पिन बर्बाद- इर्पिन में रूस शुरुआत से ही हमले कर रहे हैं। यह शहर बमबारी में अब तबाह हो चुका है। शहर का आकर्षण अब खत्म को चुका है। कई ऊंची इमारतें अब राख के ढेर में तब्दील हो चुकी है। लोग शहर छोड़कर पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए जा चुके हैं।

12 की मौत- इन शहरों के अलावा यूक्रेन के पूर्वी शहर लिसीचांस्क के रिहायशी इलाकों में भी भारी गोलाबारी की गई है। क्षेत्रीय गवर्नर ने इसकी पुष्टि की है। वहीं एक रूसी रॉकेट ने मायकोलाइव में एक प्रशासनिक भवन को धवस्त कर दिया है। इसमें कम से कम 12 लोग मारे गए हैं।
लाखों लोगों का पलायन- संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में 1,179 नागरिकों की मौत हो चुकी है। साथ ही 1,860 नागरिक घायल हुए हैं। हताहतों की सही संख्या इससे कहीं अधिक मानी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने बुधवार को कहा कि विदेश भागने वाले यूक्रेनियाई लोगों की संख्या अब 4,019,287 हो गई है।
वहीं इस हमले में घायल हुए भारतीय छात्र हरजोत अब अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। डिस्चार्ज होने बाद उन्होंने कहा कि आज भी उस घटना के बारे में सोचकर डर लगता है। हरजोत को घायल अवस्था में ही भारत लाया गया था।
