दुनियाभर के देशों में सुरक्षा के नाम पर हथियारों की होड़ लगी हुई है। इसी होड़ के चलते नए-नए और विध्वंसक हथियारों का अविष्कार हो रहा हैं। अब खबर आयी है कि रुस ने आवाज की गति से भी 27 गुना तेजी से उड़ान भरने वाली मिसाइल का अविष्कार किया है। रुस ने इस मिसाइल को एवनगार्ड नाम दिया है, जिसका परीक्षण बुधवार को किया गया। रुस के उप-प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव का कहना है कि यह मिसाइल इतनी तेज है कि इसे इंटरसेप्ट करना भी असंभव है। इसका मतलब ये है कि यह मिसाइल किसी भी देश के डिफेंस सिस्टम को बेकार साबित करने में सक्षम है।

रुस की इस नई मिसाइल को हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल बताया जा रहा है, जो कि आवाज की गति से भी 27 गुना तेजी से उड़ान भरने में सक्षम है। स्काई न्यूज के अनुसार, बुधवार को परीक्षण के दौरान इस मिसाइल को दक्षिणी-पश्चिमी रुस के इलाके से लॉन्च किया, जहां से इस मिसाइल ने 5,954 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। इस मिसाइल की लॉन्चिंग के मौके पर रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी मौजूद रहे। बता दें कि अमेरिका द्वारा एंटी बैलेस्टिक मिसाइल संधि से हटने के बाद रुस ने एवनगार्ड प्रोजेक्ट की साल 2002 में शुरुआत की थी। रुस और अमेरिका के बीच एंटी-बैलेस्टिक मिसाइल संधि साल 1972 में हुई थी। लेकिन कोल्ड वॉर खत्म के बाद साल 2002 में अमेरिका ने दोनों देशों के बीच की इस संधि को तोड़ने का फैसला किया।

माना जा रहा है कि अमेरिका के संधि से हटने के बाद रुस को डर था कि अमेरिका अब मिसाइल्स से उसके परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकता है। यही वजह है कि रुस ने भी नए हाइपरसोनिक हथियारों के विकास पर काम करने का फैसला किया। बता दें कि इससे पहले रूस के एअर डिफेंस सिस्टम एस-400 को लेकर भी अमेरिका आपत्ति जता चुका है। दरअसल रुस का यह हथियार किसी भी हमले को हवा में नेस्तानाबूत करने में सक्षम है। दुनिया के कई देशों ने रुस के एस-400 में दिलचस्पी दिखाई है। चीन और भारत तो एस-400 की खरीद के लिए रुस के साथ करार भी कर चुके हैं। जिसके चलते अमेरिका ने इन देशों के खिलाफ अपने कानून के तहत प्रतिबंध लगाने की धमकी भी दी है।