रूस की सेना को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल दो अज्ञात सैनिकों ने रूस की सेना पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 11 रूसी सैनिकों की मृत्यु हो गई। हालांकि बाद में दोनों बंदूकधारी वालंटियर को सेना ने मार गिराया। वहीं रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में इसे आतंकी घटना करार दिया गया है। इस घटना में 12 से अधिक सैनिक घायल भी बताए जा रहे हैं। यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग के बीच रूस के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
दोनों हमलावरों की पहचान पूर्व सोवियत के नागरिक के रूप में हुई है। वहीं रूसी सेना के अधिकारियों के मुताबिक यह घटना यूक्रेन के नजदीक आर्मी फायरिंग रेंज में हुई है। खबर के अनुसार शनिवार को सैनिक फायरिंग की प्रैक्टिस कर रहे थे। इसी दौरान अचानक सैनिकों पर दो लोगों ने गोली बरसानी शुरू कर दी। बाद में रूस के सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की और दोनों को मार गिराया।
यह घटना बेलगोरेद इलाके में हुई है। यह यूक्रेन से लगे रूस की पश्चिमी सीमा पर स्थित है। वहीं यह घटना ऐसे समय हुई है, जब यूक्रेन रसिया के बीच जारी युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना में सैनिकों की संख्या में इजाफे की बात कही है। रूस ने तीन लाख रिजर्व फोर्स यानी सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त नागरिकों को सेना में तैनात करने की योजना बनाई है।
कर्च रेलवे ब्रिज पर भी एक धमाका हुआ था
बता दें कि कुछ दिन पहले रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले कर्च रेलवे ब्रिज पर भी एक धमाका हुआ था, जिसके बाद ब्रिज पूरी तरह से तबाह हो गया था। इस धमाके में करीब 3 लोगों की मृत्यु हो गई थी। यह पुल रूस द्वारा क्रीमिया पर किए गए कब्जे को दर्शाता था, लेकिन अब यह पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है।
वहीं पुल पर धमाके के बाद पुतिन ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि ये आतंकी कृत्य है और इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण नागरिक आधारभूत ढांचे को बर्बाद करना था। पुतिन ने रूसी जांच समिति के अध्यक्ष एलेक्जेंडर के साथ बैठक करने के बाद यह बयान दिया। बता दें कि पुल पर धमाके के लिए विस्फोटक भरे ट्रक में विस्फोट कर अंजाम दिया गया, जिसमें उसका चालक भी मारा गया।