रूस ने अपने नागरिकों को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की यात्रा न करने की चेतावनी जारी की है। रूस का कहना है कि उन देशों के अधिकारी रूसी नागरिकों पर नजर रख सकते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह चेतावनी दी कि अमेरिका-रूस संबंधों की नाजुक स्थिति में रूसी भी उलझ सकते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्राएं, चाहे निजी हों या आधिकारिक, काफी जोखिम भरी होती हैं।” उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को टूटने के कगार पर बताया। ज़खारोवा ने रूसियों से कनाडा और यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की यात्रा से बचने का आग्रह किया और उन्हें अमेरिका के सैटेलाइट करार दिया।
वही, दूसरी ओर अमेरिका ने अपने नागरिकों को रूस की यात्रा न करने की सलाह दी है और चेतावनी दी है कि उन्हें रूसी सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न, हिरासत में लिए जाने या उनकी राष्ट्रीयता के आधार पर स्थानीय कानूनों के मनमाने ढंग से लागू किए जाने का सामना करना पड़ सकता है।
रूस और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंध 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर हैं, जिसका मुख्य कारण यूक्रेन में चल रहा युद्ध है।
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रूस-यूक्रेन युद्ध का अमेरिका-रूस के संबंधों पर असर
अमेरिका यूक्रेन का सबसे बड़ा समर्थक रहा है, जिसने फरवरी 2022 में रूस द्वारा पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से यूक्रेन को 62 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान की है। हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को रूसी क्षेत्र में गहरे हमलों के लिए अमेरिका द्वारा निर्मित लंबी दूरी की टैक्टिकल मिसाइलों का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत किया। यह ऐसा कदम रहा जिसने मॉस्को को नाराज कर दिया और इसे अपनी परमाणु सीमा को कम करने के लिए प्रेरित किया।
रूस ने यूक्रेन को दिए गए 20 बिलियन डॉलर के अमेरिकी लोन की भी आलोचना की है जो जब्त रूसी संपत्तियों से मिले मुनाफे पर आधारित है। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर नागरिकों को हिरासत में लेने का आरोप लगाया है। अमेरिकी प्रवक्ता ज़खारोवा ने रूसी मीडिया से कहा, “यह कीव शासन और बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन की स्थिति के इर्द-गिर्द किए गए सभी भ्रष्ट सौदों का एक प्रयास है।”
रूस-अमेरिका के बीच कैदियों की अदलाबदली
अगस्त में रूस ने तुर्किये की मध्यस्थता में कैदियों की अदला-बदली के तहत पत्रकार इवान गेर्शकोविच समेत तीन अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया था। बदले में अमेरिका ने हैकिंग योजना में दोषी ठहराए गए रूसी व्यवसायी व्लादिस्लाव क्लुशिन, साइबर अपराध के लिए जेल में बंद रूसी सांसद के बेटे रोमन सेलेज़नेव और एस्टोनिया से प्रत्यर्पित किए गए रूसी सुरक्षा अधिकारी वादिम कोनोशचेनोक को रिहा किया था। पढ़ें- ट्रंप ने ट्रूडो का मजाक उड़ाया, उन्हें ‘कनाडा का गवर्नर’ कहा