पार्टी में बगावत के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया था। कंजरवेटिव पार्टी के 40 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया था। वहीं, अब ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है। सुनक ब्रिटेन के वित्त मंत्री का पद संभालने वाले भारतीय मूल के पहले राजनेता भी हैं।
सुनक ने ट्वीट कर अपनी दावेदारी की घोषणा की और कहा कि आइए विश्वास बहाल करें, अर्थव्यवस्था को दोबारा मजबूत करें और देश को एकजुट करें। जॉनसन के इस्तीफे के बाद पार्टी के नए नेता का चुनाव होगा जो देश के प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री हैं। उनके इस्तीफे के बाद एक-एक कर 40 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया और नतीजन, बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ऋषि सुनक को पीएम पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। जानकारों का यह भी कहना है कि ऋषि सुनक व अन्य मंत्रियों का इस्तीफा जॉनसन पर दबाव बनाने के लिए था।
ऋषि सुनक इंफोसिस के सह-संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के पति हैं। ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई के बाद सुनक एमबीए के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय गए और यहीं पर उनकी मुलाकात अक्षता मूर्ति से हुई थी।
कोरोना काल में लोगों के बीच लोकप्रिय हुए सुनक: सुनक पहली बार 2015 में यॉर्कशायर के रिचमंड से सांसद चुने गए थे। वहीं, वित्त मंत्री के कार्यकाल के दौरान कोरोना महामारी के बीच, उनके द्वारा उठाए कदमों की चर्चा खूब रही। कोरोना के कारण मंदी की रफ्तार बढ़ने लगी तो सुनक ने 330 बिलियन पाउंड के स्टेट-बैक्ड लोन का ऐलान कर देश के कारोबार को बचाने की दिशा में कदम उठाया था। कोरोना महामारी के कारण हुई आर्थिक उथल-पुथल के दौरान ऋषि सुनक लगातार लोगों से जुड़े रहे थे, इस कारण वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय रहे।