केन्या के दुर्लभ सफेद जिराफ और उसके बच्चे को शिकारियों ने अपना शिकार बना लिया है। जीव संरक्षणवादियों ने इस बात का दावा किया है। गौरतलब है कि जिन जिराफ को शिकारियों ने अपना शिकार बनाया, वह इस दुनिया के अंतिम ज्ञात 3 सफेद जिराफ में से थे, जिसके बाद अब दुनिया से सफेद जिराफ के अस्तित्व पर गहरा संकट मंडरा गया है। अब सिर्फ एक सफेद जिराफ ही पूरी दुनिया में अस्तित्व में है।
सफेद जिराफ और उसके बच्चे को हथियारबंद शिकारियों ने केन्या के पूर्वी इलाके गारिसा में अपना शिकार बनाया। इशाकबिनी हिरोला कम्यूनिटी कंजरवेंसी ने अपने एक बयान में इस बात की जानकारी दी है। कंजरवेंसी के अनुसार, दोनों जिराफ का कंकाल मिला है।
अब सिर्फ एक मेल सफेद जिराफ बचा है, जो कि उसी फीमेल जिराफ का बच्चा है। कंजरवेंसी के मैनेजर मोहम्मद अहमदनूर का कहना है कि हम इस दुनिया में सफेद जिराफ की का संरक्षण करने वाली इकलौती कम्यूनिटी हैं। उन्होंने कहा कि दुर्लभ प्रजाति के इन जिराफ के शिकार से इस दुर्लभ जिराफ के संरक्षण की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है।
साल 2016 में इन दुर्लभ सफेद जिराफों को देखा गया था, जिसके बाद से इन्हें संरक्षित करने के प्रयास किए जा रहे थे। अब चूंकि दुनिया में सिर्फ एक मेल जिराफ ही बचा है, इसलिए अब इस दुर्लभ जिराफ का अस्तित्व बचाना शायद संभव नहीं हो पाएगा। मांस और चमड़े के लिए जिराफ के शिकार में तेजी आयी है, जिसके चलते बीते 30 वर्षों में जिराफ की जनसंख्या में 40 फीसदी की कमी आ गई है।
एक जेनेटिक बदलाव जिसे Leucism कहा जाता है, उसके चलते जिराफ का रंग सफेद होता है। इसमें त्वचा की कोशिकाओं के पिग्मेंटेशन को रुक जाता है। ल्यूसिज्म में आंखों के पास काला रंग बना रहता है।