पंजाबी फिल्म ‘द फोर्थ डायरेक्श्न’ को यहां 26वीं सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

गुरविंदर सिंह निर्देशित 115 मिनट की इस फिल्म में वर्ष 1984 के पंजाब के अलगाववादी आंदोलन पर प्रकाश डाला गया है, जिसे अमृतसर के लिए एक ट्रेन में यात्रा कर रहे दो दोस्तों की कहानियों के जरिए पेश किया गया है।

इस फिल्म को ‘चौथी कूट’ के नाम से भी जाना जाता है। यह फिल्म वरयाम सिंह संधु की दो छोटी कहानियों पर आधारित है और वर्ष 1984 में सिख अलगावादियों व सेना के बीच संघर्ष पर केंद्रित है।

26 नवंबर से छह दिसंबर 2015 के बीच हुए इस महोत्सव में दूसरी भारतीय फिल्म ‘एंग्री इंडियन गॉडेसेज’ को भी दिखाया गया। 121 मिनट की यह फिल्म गुजरात में जन्मे पी नलिन निर्देशित है।