Jammu and Kashmir Pulwama’s Awantipora Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में अर्धसैनिक बलों पर हुए आतंकी हमले की जहां पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। वहीं, पाकिस्तान की मीडिया हमले में शामिल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बचाव में उतर आई है। पाकिस्तान की मीडिया ने हमले में शामिल आतंकियों को ‘आजादी का सिपाही’ करार दिया है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की मीडिया ने फिदायीन हमले के दोषियों का बढ़चढ़कर बचाव किया है।
पाकिस्तान का अख़बार ‘द नेशन’ ने अपनी एक रिपोर्ट की हेडलाइन में लिखा है- “स्वतंत्रता सेनानियों ने किया हमला…”। इसी अख़बार की एक दूसरी रिपोर्ट में जैश-ए-मोहम्मद के एक कथित प्रवक्ता के हवाले से बताया है कि हमले में जैश (आतंकी संगठन) का कोई हाथ नहीं है। अखबार की रिपोर्ट जैश-ए-मोहम्मद के हमले की जिम्मेदारी लेने वाले बयान के बिल्कुल उलट है। जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी करके पुलवामा के अवंतीपुरा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस फिदायीन हमले में भारतीय अर्धसैनिक बल के 40 जवान शहीद हो गए। जबकि, कई घायल हो गए।
वहीं, दूसरी तरफ बजाय पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनो के खिलाफ कार्रवाई के वहां की सरकार उनकी गलितियों पर पर्दा डालने में व्यस्त है। पाकिस्तान के दूसरे दलों के नेता भी भारत के खिलाफ आग उगल रहे हैं और बेतुके बयान दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री ने पुलवामा आतंकी हमले को भारतीय खुफिया एजेंसी की ही साजिश बता डाला। वहीं, पाकिस्तान की सरकार सिर्फ बेहतर रिश्ते रखने की बात कर रही है। हमले के बाद से पाकिस्तान की मीडिया लगातार भारत के सैनिकों और भारतीय सरकार के खिलाफ गलत तथ्य पेश कर रही है। भारत के खिलाफ लगातार जहर उगले जा रहे हैं। इस क्रम में वहां के न्यूज पेपर एक्सप्रेस ट्रिब्यून और डेली टाइम्स भी पीछे नहीं हैं।