पीएम नरेंद्र मोदी के हालिया चीन दौरे ने दुनियाभर में काफी सुर्खियां बटोरी थी। चाइनीज मीडिया भी इस दौरान भारत प्रेम से सराबोर दिखाई दिया। इस दौरे पर पीएम मोदी ने कुछ ऐसा बताया कि चीनी अधिकारी भी चौंक गए। दरअसल भारत और चीन के बीच हुबेई प्रांत के वुहान शहर में हुए अनौपचारिक समिट के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि वह हुबेई के दौरे पर दूसरी बार आए हैं। वहीं पीएम मोदी के इस खुलासे पर चीनी अधिकारी चौंक गए, क्योंकि चीनी अधिकारियों को नहीं पता था कि पीएम मोदी इससे पहले भी हुबई आ चुके हैं। चीन के भारत में राजदूत लुओ झाहुई ने इस बात का खुलासा किया है। चीनी राजदूत के अनुसार, पीएम मोदी ने बताया कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब हुबेई प्रांत में यांगझी नदी पर बने विशाल पुल थ्री जॉर्ज की स्टडी करने आए थे।

पीएम मोदी ने बताया कि जिस तेजी से चीन ने उस पुल का निर्माण किया था, उससे वह काफी प्रभावित हुए थे और इस पुल की स्टडी करने चीन आए थे और एक दिन इसी पुल की स्टडी में गुजारा था। बता दें कि 2,309 मीटर लंबा और 185 मीटर ऊंचा यह पुल 32 हाइड्रोपॉवर टर्बो जेनरेटर वाला पुल है, जिसे चाइना नें बेहद कम समय में तैयार किया था। पीएम मोदी अक्टूबर, 2001 से मई, 2014 तक गुजरात के चीफ मिनिस्टर रह चुके हैं। वहीं बीते 27 अप्रैल को पीएम मोदी चीन के वुहान शहर के दौरे पर पहुंचे थे, जो कि चीन की राजधानी बीजिंग से 1000 किलोमीटर दूर है। इस दौरे पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी के साथ काफी समय बिताया और दोनों नेताओं के बीच कई मुलाकात हुईं। चीनी राजदूत ने बताया कि हमें पता चला था कि पीएम मोदी को गुजरात के टेबल क्लॉथ काफी पसंद हैं। इसलिए वुहान में अनौपचारिक मुलाकात के दौरान चीन ने उन्हीं टेबल क्लॉथ का इस्तेमाल किया था।

उल्लेखनीय है कि इस समिट के दौरान दोनों देशों के नेता संबंधों में प्रगाढ़ता लाने पर समहत दिखे। दोनों देश सांस्कृतिक अदला-बदली और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के पक्ष में दिखाई दिए। दोनों देश दुनिया की पुरानी सांस्कृतियां होने के साथ ही विश्व की बढ़ती आर्थिक ताकते हैं, दोनों देश भी इस बात को समझते हैं, इसलिए सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं।