प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ ने दक्षेस शिखर सम्मेलन में मंच साझा करते समय एक-दूसरे को नजरअंदाज करने के एक दिन बाद आज धूलिखेल में दक्षेस नेताओं की अनौपचारिक रिट्रीट के दौरान ‘‘एक-दूसरे का अभिवादन’’ किया ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने तब एक-दूसरे का अभिवादन किया जब यहां पहुंचने के बाद वे पहली बार मिले ।’’

नेपाल की राजधानी के 30 किलोमीटर पूर्व में कावरे जिले के धूलिखेल में नेता दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन पारंपरिक दक्षेस रिट्रीट के लिए एकत्र हुए । रिट्रीट में उन्होंने सुकून भरे तथा अधिक अनौपचारिक वातावरण में निजी, अनाधिकारिक बातचीत की ।

नेपाल की राजधानी के 30 किलोमीटर पूर्व में कावरे जिले के धूलिखेल में नेता दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन पारंपरिक दक्षेस रिट्रीट के लिए एकत्र हुए ।

सूत्रों ने बताया कि सभी नेताओं ने अनौपचारिक माहौल में मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों के बारे में बात की ।

उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई ।

रिट्रीट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों एवं राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सलाहकार सरताज अजीज सहित दक्षेस के अन्य देशों के विदेश मंत्री भी मौजूद थे ।

दक्षेस रिट्रीट अमूमन शिखर सम्मेलन स्थल से बाहर रिसार्ट और होटलों में आयोजित की जाती है जहां नेता आराम कर सकते हैं और द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय एजेंडे पर चर्चा कर सकते हैं ।

यह अनसुलझे मुद्दों पर असहमतियों को दूर करने का अवसर भी उपलब्ध कराती है ।
नई दिल्ली में कश्मीरी अलगाववादियों के साथ पाकिस्तान के उच्चायुक्त की बातचीत के चलते भारत ने सितंबर में विदेश सचिव सुजाता सिंह के इस्लामाबाद दौरे को रद्द कर दिया था। तब से दोनों देश कह रहे हैं कि वे सार्थक संवाद चाहते हैं बशर्ते दूसरा पक्ष पहल करे।

दक्षेस से पहले पाकिस्तान ने मामले को सुलझाने में कोई मदद नहीं की जहां शरीफ ने इस बात पर जोर दिया कि वह भारत के साथ कोई बातचीत करने से पहले एक बार फिर कश्मीरी नेताओं से गुफ्तगू करेंगे। पाकिस्तान ने कहा था कि भारत ने एकपक्षीय तरीके से बातचीत रद्द की है इसलिए पहल उसे करनी होगी।

मोदी ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के 18वें शिखर सम्मेलन से इतर शरीफ को छोड़कर दक्षेस देशों के सभी शासन प्रमुखों और राष्ट्राध्यक्षों के साथ व्यवस्थित द्विपक्षीय मुलाकात की है।