प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिन के रूस दौरे के बाद अब ऑस्ट्रिया पहुंच गए हैं। वियना दौरे पर पीएम मोदी ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से मुलाकात करेंगे। 41 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया के दौरे पर पहुंचा है। इससे पहले साल 1949 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद जवाहर लाल नेहरू ने प्रधानमंत्री के रूप में 1955 में ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा की थी। इंदिरा गांधी भी 1971 और 1983 में ऑस्ट्रिया पहुंची थीं।

एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत

ऑस्ट्रिया पहुंचने पर पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री एलेक्जेंडर शालेनबर्ग ने मोदी का स्वागत किया। ऑस्ट्रिया पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने लिखा कि ऑस्ट्रिया की यह यात्रा विशेष है। हमारे देश साझा मूल्यों और एक बेहतर ग्रह के प्रति प्रतिबद्धता से जुड़े हुए हैं। चांसलर कार्ल नेहमर के साथ वार्ता और भारतीय समुदाय के साथ बातचीत सहित ऑस्ट्रिया में विभिन्न कार्यक्रमों की प्रतीक्षा कर रहा हूं।’

क्यों खास है यह दौरा?

PM मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और ऑस्ट्रिया के राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं। पीएम मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। भारत और ऑस्ट्रिया के बीच नेताओं, मंत्रियों और सांसदों के स्तर पर यात्राओं का नियमित आदान-प्रदान होता रहा है। ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर ने कहा था, ‘यह यात्रा एक विशेष सम्मान है, क्योंकि यह 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की मेरे देश की पहली यात्रा है। बता दें कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच पुराने कारोबारी रिश्ते रहे हैं। भारत और ऑस्ट्रिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023 में 2.93 बिलियन डॉलर था। भारत ऑस्ट्रिया को इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, परिधान, जूते और रसायन निर्यात करता है। दूसरी तरफ वियना भारत को मशीनरी, ऑटोमोटिव पार्ट्स और रसायन भेजता है।

राष्ट्रपति भी जा चुके हैं ऑस्ट्रिया

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भले ही 41 साल बाद ऑस्ट्रिया पहुंचे हो लेकिन भारत के राष्ट्रपति का दौरा इससे पहले हो चुका है। भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार 1999 में तत्कालीन राष्ट्रपति के. आर. नारायणन ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की। इस यात्रा के बाद 2005 में ऑस्ट्रिया के तत्कालीन राष्ट्रपति हेंज फिशर ने भारत की यात्रा की थी। इसके बाद 2010 में तत्कालीन ऑस्ट्रियाई उप-चांसलर जोसेफ प्रोल भारत आए और 2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की।

इनपुट-एजेंसी