पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि किसी नई बीमारी के कारण मुशर्रफ ‘‘तेजी से कमजोर होते जा रहे हैं’’ और देशद्रोह के मुकदमे का सामना करने के लिए देश वापस नहीं आ सकते। साल 2016 से दुबई में रह रहे मुशर्रफ (75) वर्ष 2007 में संविधान को निलंबित करने को लेकर देशद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे हैं। ‘डॉन’ न्यूज की खबर के अनुसार, साल 2010 में मुशर्रफ की ओर से बनाई गई आॅल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के पूर्व अध्यक्ष मुहम्मद अमजद ने बताया कि नई बीमारी के कारण पूर्व राष्ट्रपति को हर तीन महीने पर इलाज के लिए लंदन जाना पड़ता है। यह जानकारी नहीं दी गई कि मुशर्रफ को कौन सी बीमारी है।
रविवार को पार्टी की एक बैठक के बाद अमजद ने पत्रकारों को बताया, ‘‘परवेज मुशर्रफ की रीढ़ टूट गई थी, जिसके लिए अमेरिका में उन्हें अपना इलाज कराना पड़ रहा है। लेकिन इन दिनों वह किसी अलग बीमारी का इलाज करा रहे हैं। इसके लिए उन्हें हर तीन महीने पर लंदन जाना पड़ता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी उनकी बीमारी के बारे में देश को नहीं बता सकते, लेकिन हम अदालत को इस बारे में बताएंगे और बीमारी से जुड़े दस्तावेज भी मुख्य न्यायाधीश को सौंपेंगे।
अमजद ने कहा, ‘‘मुशर्रफ लगातार कमजोर होते जा रहे हैं, इसलिए हम उनकी जान जोखिम में नहीं डाल सकते।’’ उन्होंने कहा कि मुशर्रफ पाकिस्तान लौटेंगे, लेकिन इस गारंटी पर कि उनके मुकदमे की सुनवाई निष्पक्ष तरीके से होगी और उन्हें इलाज के लिए विदेश जाने दिया जाएगा। अमजद ने दावा किया कि पार्टी ने 25 जुलाई को हुए आम चुनावों के लिए उन्हें वापस लाने की कोशिश की, लेकिन उनकी राह में ‘‘रोड़े अटकाए गए।