पेरिस में हुए बर्बर आतंकवादी हमले को ‘मानवता पर हमला’ बताते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांग की कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद को परिभाषित करना चाहिए जिससे दुनिया यह जान सके कि कौन आतंक का समर्थन कर रहा है और कौन उसके खिलाफ है। पेरिस आतंकी हमले की निंदा करते हुए मोदी ने कहा, ‘पेरिस में शुक्रवार को जो हुआ, वह मानवता पर हमला है और दुनिया को यह स्वीकार करना चाहिए कि यह केवल पेरिस पर हमला नहीं है, केवल फ्रांस के नागरिकों पर हमला नहीं है और न ही केवल फ्रांस पर हमला है बल्कि मानवता पर हमला है’।

12वीं शताब्दी के भारत के महान दार्शनिक बसवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मानवतावादी सिद्धांतों पर हमला है, इसलिए मानवता में जो भी ताकतें विश्वास रखती है, उन्हें एकसाथ आकर ऐसे हमलों की निंदा करनी चाहिए। मानवता विरोधी शक्तिआें को शिकस्त देने के लिए सभी मानवता समर्थक शक्तियों को एकजुट हो जाना चाहिए’। ब्रिटेन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं ऐसे समय में बसवेश्वर की प्रतिमा का आनावरण कर रहा हूं, जब मेरा हृदय सदमे में हैं’।

मोदी ने मांग की कि इससे पहले बहुत देर हो जाए, संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद को परिभाषित करना चाहिए जिससे यह स्पष्ट हो जाए कि कौन आतंकवाद के साथ है और कौन इस बुराई से लड़ रहा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक संधि को मंजूरी देने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि अपनी 70वीं वर्षगांठ मनाते समय संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद को परिभाषित करने को लेकर और समय न गंवाए। ताकि हमें यह पता लग सके कि कौन आतंकवाद के साथ है, कौन आतंकवाद की मदद कर रहा है, कौन आतंकवाद को समर्थन दे रहा है और कौन आतंकवाद का शिकार है, कौन आतंकवाद के खिलाफ है और कौन मानवतावाद के साथ रहकर कुर्बानी देने को तैयार है’।

इस आतंकी हमले पर मोदी ने जारी एक अलग बयान में कहा, ‘पेरिस में हुए इस बर्बर आतंकी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। 100 से अधिक लोग उस समय मारे गए जो क्षण उनके बेहद प्रिय थे या जिन क्षणों को वे अपने प्रियजनों के साथ बिता रहे थे’।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘फ्रांस के लोगों पर हुए इस हमले से हम स्तब्ध और दुखी हैं। इस त्रासदी का सामना करने में फ्रांस की महान जनता के साथ भारत मजबूती से खड़ा है’।

मोदी ने कहा, ‘हमें हमारे समय के इस बड़े वैश्विक खतरे से लड़ने के लिए मानवता के रूप में एकजुट होना होगा और अपने मूल्यों और जीवन शैली को बचाए रखना होगा’।