अमेरिका ने बुधवार को कहा जिस भारतीय अधिकारी पर खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू की हत्या की कोशिश का आरोप था वह अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है। यूएसए ने कहा कि एक पूर्व रॉ अधिकारी जिसकी पहचान CC1 के रूप में की गई है और जो न्याय विभाग (DOJ) में कार्यरत था अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है। भारतीय अधिकारी पर खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश में शामिल होने का आरोप था।
बुधवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि उच्च स्तरीय भारतीय जांच समिति ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिस दौरान दोनों पक्षों ने मामले में अपनी-अपनी जांच के बारे में जानकारी साझा की।
हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों की संलिप्तता के कनाडा के आरोप पर नई दिल्ली और ओटावा के बीच कूटनीतिक टकराव के बीच अमेरिका ने सोमवार को उच्च स्तरीय भारतीय जांच समिति के दौरे की घोषणा की थी।
भारतीय अधिकारी निखिल गुप्ता की अलगाववादी पन्नू की हत्या में संलिप्तता का आरोप
माना जा रहा है कि भारतीय समिति में एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी जो वर्तमान में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं और एक अन्य सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी जो वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत हैं शामिल हैं।
कमेटी का गठन खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू की हत्या के प्रयास में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता की संलिप्तता के बारे में अमेरिकी सरकार द्वारा साझा किए गए सबूतों की समीक्षा करने के लिए किया गया था। आरोप है कि गुप्ता ने कथित तौर पर एक भारतीय खुफिया अधिकारी के इशारे पर पन्नू की हत्या की साजिश रची थी।
अमेरिका भारत के सहयोग से संतुष्ट
बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान भारतीय पक्ष द्वारा दी गई जानकारी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमेरिकी प्रवक्ता मिलर ने कहा, “उन्होंने हमें सूचित किया कि न्याय विभाग के अभियोग में नामित व्यक्ति अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका भारत के सहयोग से संतुष्ट है।
प्रवक्ता ने कहा, “यह एक सतत प्रक्रिया है। हम इस पर उनके साथ काम करना जारी रखते हैं लेकिन हम सहयोग की सराहना करते हैं। हम उनकी जांच के बारे में हमें अपडेट करने की सराहना करते हैं, जैसा कि हम उन्हें अपनी जांच के बारे में अपडेट करते हैं।” मिलर ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने यहां एक जांच समिति भेजी है जो यह दिखाता है कि वे इसे गंभीरता से ले रहे हैं। यह ऐसी चीज है जिसे उन्हें पूरी तरह से गंभीरता से लेने की जरूरत है।”
गौरतलब है कि पन्नू के खिलाफ साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 14 जून को चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। गुप्ता ने मैनहट्टन की एक संघीय अदालत में खुद को निर्दोष बताया।