पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों की तबाही के बाद एक रोचक मामला सामने आया है। पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना के पायलट्स के खिलाफ खैबर-पख्तूनख्वा इलाके में बमबारी के लिए FIR दर्ज की गई है। यह FIR पाकिस्तान के वन विभाग की तरफ से दर्ज कराई गई है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक FIR में लिखा गया है कि भारतीय विमानों के हमले में पाकिस्तान के 19 पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।

पाकिस्तान ने यूएन में भारत के खिलाफ ‘इको टेररिज्म’ (पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने) का भी आरोप लगाया है। पाकिस्तान सरकार के मंत्री मलिक अमीन असलम ने पिछले हफ्ते रॉयटर्स से कहा था, ‘कई दर्जन चीड़ के पेड़ गिर गए हैं और पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा है।’ उल्लेखनीय है कि भारत ने बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों के खिलाफ एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें कई आतंकियों के मारे जाने की खबर मिली थी। इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से दावा किया गया था कि उसका कोई नुकसान नहीं हुआ है और भारतीय वायुसेना के हमले जंगल में किए गए थे।

 

भारत के एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा था, ‘अगर भारत ने जंगल में हमला किया होता तो पाकिस्तान को जवाब देने की जरुरत नहीं पड़ती।’ पाकिस्तान में हुए नुकसान के आकलन को लेकर भारत में भी सियासी बवाल मचा हुआ है। विपक्ष के कई नेताओं ने मोदी सरकार से एयर स्ट्राइक के सबूत मांगे हैं। मोदी सरकार ने इसके बाद विपक्ष के खिलाफ सेना की काबिलियत पर शक करने का आरोप लगाया। दोनों देशों के बीच 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले के बाद से ही तनाव बढ़ा हुआ है। पाकिस्तानी आतंकियों के इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।