सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चार साल का अमेरिकी बच्चा कुशलता से रायफल लोड करता हुआ दिख रहा है। वीडियो हथियारों की किसी प्रदर्शनी या फिर हथियारों की दुकान का लग रहा है। इस वी​डियो में बच्चे के पास खड़ी महिला उसे पहले रायफल लोड करने के लिए कहती है। बच्चा पलक झपकते ही रायफल लोड करके फायर कर देता है।

इसके बाद महिला उसे मैगजीन निकालने के लिए कहती है। बच्चा पलक झपकते ही मैगजीन खींचकर दोबारा लोड कर देता है। इसके बाद महिला बच्चे से बर्स्ट फायर मोड में फायर के लिए कहती है। बच्चा सेकेंड भर में लॉक मोड चेंज करके बोल्ट एक्शन रायफल से फायर कर देता है। हालांकि फायर के वक्त रायफल में कारतूस नहीं थे। इस वीडियो को अमेरिका के बोस्टन शहर के रहने वाले पादरी ब्रोडरिक ग्रीर ने​ ट्विटर पर शेयर किया है।

इसी वीडियो को शेयर करते हुए पाकिस्तानी मूल की अमेरिका में रहने वाली लेखिका ने सवाल उठाए हैं। लेखिका का नाम हाना मलिक है। हाना ने लिखा,’ मैं 21 साल की हूं और मुस्लिम हूं। मैं कभी ऐसे इंसान के करीब भी नहीं गई जिसके पास बंदूक हो। मैं बंदूक को कभी हाथ तक नहीं लगाया है। मेरे लिए बंदूक की बारीकियां समझना दूर की बात है, जिसमें इस चार साल के बच्चे को महारत हासिल है। लेकिन मैं आतंकवादी हूं क्योंकि मैं मुस्लिम हूं। और इस लड़के को बर्दाश्त किया जा सकता है क्योंकि वो गोरा है।’

हाना ने आगे लिखा,’हर कोई मुझे चार साल के बच्चे पर पोस्ट करने के लिए रंगभेदी करार दे रहा है। होश में आइए। अश्वेत युवाओं का कत्ल यूं ही नहीं किया जा रहा है। एक गोरे लड़के को ये सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है कि हथियार चलाना कैसे सीखें? मुस्लिमों को कुछ न करने के बावजूद आतंकवादी समझा जा रहा है। आप रुझानों पर नजर डालें तो समझ जाएंगे कि पब्लिक पर हमला करके मार डालने वाले गोरे मानसिक बीमार हैं।’ हाना के ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन पर कई ​तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।