पाकिस्तान के एक उर्दू अखबार में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर एक ओछी टिप्पणी की गई। उर्दू अखबार ने खबर की हेडिंग में पीएम की मां के लिए बेहद शर्मनाक भाषा का प्रयोग किया है।

पाकिस्तानी अखबार की इस टिप्पणी पर भारत में काफी कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एक पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने इस उर्दू अखबार की कटिंग को ट्वीट किया है। ट्वीट में पीएम की मां के खिलाफ भाषा का जिक्र करते हुए पाकिस्तान से इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।

इस टिप्पणी के बाद भारत में सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। एक यूजर @AartiTikoo ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान को खुद का कोई सम्मान नहीं है। पाकिस्तान ने पहले खुद को अमेरिका के हाथों बेचा अब चीन के हाथों बिक रहा है। रोटी के टुकड़ों के लिए वह मिडिल ईस्ट से भीख मांग रहा है।

ऐसे में भ्रामक लोकतंत्र वाले पाकिस्तान से क्या उम्मीद कर सकते हैं? जहां रेपिस्ट की जगह रेप पीड़िता को हुदद ऑर्डिनेंस के तहत जेल में डाल दिया जाता है। एक अन्य यूजर @ParikhKaushal यह भाषा उस प्रधानमंत्री के लिए प्रयोग की गई है जिसने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की मां से आशीर्वाद लिया था। ये भारतीय संस्कृति की तरह कब अपने बड़ों का सम्मान करना सीखेंगे।

@MMKaushal यूजर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को ट्वीट में अटैच करते हुए लिखा कि पाकिस्तानी मीडिया मां को गाली देने के अलावा और भी कुछ कर सकता है। उम्मीद है कि इमरान ने भी मां की कोख से ही जन्म लिया होगा।

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यदि वह सच्चे पठान हैं तो उन्हें मां को गाली देने वालों को जरूर सबक सिखाना चाहिए। स्कॉलर @HindolSengupta ने कहा कि यही कारण है की भारतीय उपमहाद्वीप में भाषण इतना जहरीला हो गया है।

इस प्रकार का जहर जड़ से फैल रहा है। दरअसल, जैश की तरफ से पुलवामा हमले के बाद जब से भारत ने बालाकोट में जवाबी कार्रवाई की है उसके बाद से पाकिस्तान में डर के साथ ही नफरत बढ़ गई है। इस तरह का गैर जिम्मेदाराना व घटिया बयान पाकिस्तान की मानसिकता को दर्शाता है। इसके साथ ही प्रशासनिक उदासीनता का भी सबूत है।