Pahalgam Terror Attack News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान परेशान चल रहा है, उसे इस बात का डर है कि भारत कैसे जवाब देगा, कितना नुकसान देगा। इस बीच अमेरिका में भी पाकिस्तान को खरी-खरी सुननी पड़ी है। एक पाकिस्तानी पत्रकार ने जब अमेरिकी विदेश मंत्रालय से पहलगाम को लेकर सवाल किया, सामने से दो टूक जवाब आया- इस पर कुछ नहीं बोला जाएगा, इस मैटर पर कोई बात नहीं होगी।

पहलगाम पर पाकिस्तान की बोलती बंद

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि हम इस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करने वाले हैं, हम किसी दूसरे मुद्दे पर आप से बात करने के लिए आएंगे। इस स्थिति पर तो कुछ नहीं बोलेंगे। राष्ट्रपति और सेकरेट्री ने पहले ही काफी कुछ कह दिया है, हमारा स्टैंड क्लियर है। अब यहां समझने वाली बात यह है कि जिस स्टैंड की बात हो रही है, वो पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा झटका है। बिना नाम लिए टैमी ब्रूस ने पाक आतंकियों के खिलाफ कड़े एक्शन की बात कर दी है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

टैमी क्रूज ने एक जारी बयान में कहा कि हम जान गंवाने लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं, घायल जल्द स्वस्थ हो, ऐसी कामना है। दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करना होगा। अब अमेरिकी विदेश मंत्रालय का यह बयान ही बताने के लिए काफी है कि अमेरिका भारत की हर कार्रवाई को लेकर मजबूती से साथ खड़ा है। इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पहलगाम हमले की खुलकर निंदा की थी और खुद सामने से पीएम मोदी से भी फोन पर बात की।

सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ

ट्रंप ने क्या कहा था?

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी संवेदना है। हमारी संवेदनाएं आप सभी के साथ हैं।

पुतिन ने क्या कहा था?

इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि कृपया पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के दुखद परिणामों पर संवेदनाएं स्वीकार करें, जिसके शिकार विभिन्न देशों के नागरिक थे। इस क्रूर अपराध का कोई औचित्य नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि इसके जिम्मेदारों और अपराधियों को उचित सजा मिलेगी। मैं आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने में भारतीय लोगों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना चाहूंगा।

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