पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अटक जिले में रविवार को गृह मंत्री शुजा खानजादा के पैतृक आवास पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। इस हमले में खानजादा सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख ने इस हमले की निंदा की है। सेना प्रमुख ने खुफिया एजंसियों को हमलावरों का पता लगाने को कहा है।
पंजाब आपातकालीन विभाग के प्रवक्ता दीबा शाहनाज ने कहा कि खानजादा के पैतृक गांव शादी खल में उनके राजनीतिक कार्यालय पर आत्मघाती हमलावर ने हमला कर दिया। इस हमले में 71 साल के खानजादा और एक डीएसपी समेत 13 लोगों की मौत हो गई। विस्फोट में 17 लोग घायल भी हुए हैं। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। आत्मघाती हमलावर एक मुलाकाती बनकर इमारत में घुसा। विस्फोट के कारण इमारत की छत ढह गई। इसमें मंत्री और करीब 30 अन्य लोग दब गए।
पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के सलाहकार सईद इलाही ने आत्मघाती हमले में गृह मंत्री की मौत की पुष्टि की। इलाही ने कहा, ‘पंजाब के गृह मंत्री की आत्मघाती हमले में मौत हो गई।’ खानजादा का पार्थिव शरीर अटक के जिला अस्पताल ले जाया गया। वहीं रावलपिंडी के आयुक्त जाहिद सईद ने कहा कि जब आत्मघाती हमलावर ने घर में घुसकर खुद को बम से उड़ाया तो उस समय वहां 40-50 लोग मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्त कर्नल खानजादा इस्लामाबाद से करीब सौ किलोमीटर दूर शादी खल में अपने आवास पर बैठक कर रहे थे। हमलावर वहां घुसने में कामयाब रहा और उसने खुद को बम से उड़ा दिया। सईद ने कहा कि विस्फोट में मरने वालों में पुलिस उपायुक्त शौकत शाह भी शामिल हैं।
बम धमाके की वजह से ढही इमारत में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य चल रहा है।
‘डान न्यूज’ ने गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा कि प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-झांगवी ने खानजादा पर आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि जुलाई में लश्कर-ए-झांगवी के प्रमुख मलिक इशाक की मौत के बाद से खानजादा पर खतरा था। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया कि दक्षिण पंजाब में इस संगठन के कम से कम 150 स्लीपर सेल हैं। खानजादा को अलकायदा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से धमकियां मिल रही थीं।
पंजाब के कानून मंत्री राना सनाउल्लाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘इमारत के जिस हॉल में बैठक चल रही थी, विस्फोट से वह ढह गया। मलबे में मंत्री सहित तीन दर्जन से अधिक लोग दब गए।’
पुलिस सूत्रों ने कहा कि मंत्री के अटक स्थित आवास पर सुरक्षा पर्याप्त नहीं थी। सूत्रों ने मंत्री को निशाना बनाने का आतंकवादियों को मौका देने के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘पैतृक आवास पर गृह मंत्री की सुरक्षा आदर्श स्तर की नहीं थी।’
पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक मुश्ताक सुखेरा ने कहा कि मंत्री के सुरक्षाकर्मी उनके साथ थे लेकिन आत्मघाती हमलावर मंत्री के आवास में घुसने में कामयाब रहा।
सेवानिवृत्त मेजर जनरल मुबाशीर जाहिद ने कहा कि ऐसा लगता है कि हमले में शामिल लोगों में कुछ सरकार में हमदर्दी रखने वाले हैं।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि खानजादा ने बड़े मकसद के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। राहील ने हमलावरों का पता लगाने के लिए खुफिया एजंसियों को आदेश दिया।