Pakistan: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पैगंबर के साथियों का अपमान करने के आरोप में एक शिया शख्स को ईशनिंदा और आतंकवाद के आरोप में अरेस्ट किया गया है। इस बात की जानकारी पुलिस ने बुधवार को दी। मंगलवार को लाहौर से लगभग 200 किलोमीटर दूर साहीवाल जिले के घाला मंडी इलाके में दो लड़के तल्हा और मुनीब एक मामूली सी बात पर झगड़ पड़े।

जब उनकी हाथापाई हुई तो तल्हा ने अपने पिता नदीम अंजुम को बुलाया। वह कथित तौर पर पिस्तौल लेकर आए और मुनीब को पीटना भी शुरू कर दिया। मुनीब सुन्नी विचारधारा मस्जिद के प्रार्थना करने वाले नेता का बेटा है। उसने अपने पिता मुहम्मद उमर को घटना के बारे में सबकुछ बता दिया। पुलिस अधिकारी मुहम्मद आजम ने पीटीआई को बताया कि मस्जिद से उमर ने ऐलान किया कि नदीम अंजुम ने ईशनिंदा की है। उसने पैंगबर के साथियों का अपमान किया है।

तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन पहुंचे

मुहम्मद आजम ने यह भी बताया कि बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अंजुम के घर की तरफ मार्च किया। पुलिस भी वहां पर जा पहुंची और अंजुम को हिरासत में ले लिया। उसने ईशनिंदा करने से मना किया। अंजुम ने कहा कि मुनीब के पिता अपने बेटे की पिटाई के लिए उससे हिसाब बराबर करना चाहते हैं।

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जैसे ही पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में लिया तो तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में भीड़ भी पुलिस स्टेशन जा पहुंची और उसे उन्हें सौंपने की मांग की। हालांकि, जब पुलिस ने उन्हें भरोसा दिया कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा तो भीड़ तितर-बितर हो गई। आजम ने कहा कि उन पर ईशनिंदा और आतंकवाद दोनों आरोप हैं।

संदिग्ध के परिवार ने छोड़ा शहर

इस बीच संदिग्ध के परिवार को अपनी जान का खतरा सताने लगा और उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए शहर छोड़ दिया। मौलवी की शिकायत पर संदिग्ध पर पीपीसी की धारा 298, 298-ए, 506 और एंटी टेरेरिज्म एक्ट की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पाकिस्तान में ज्यादातर ईशनिंदा के मामले मुख्य तौर से शिकायतकर्ता और आरोपियों के बीच कुछ शिकायतों को निपटाने के लिए दर्ज किए जाते हैं। यह ज्यादातर अहमदी, शिया और ईसाई जैसे अल्पसंख्यक समुदाय से होते हैं।