पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को अपने 22 सांसदों को दुनिया को विभिन्न देशों में जाकर कश्मीर का मसला रखने के लिए नामित किया है। शरीफ ने इस फैसले की सूचना देते हुए कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के अधिकार के वादे की याद दिलाते रहेंगे।” शरीफ ने कहा कि वो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कश्मीर के मुद्दे को उठाने के लिए ये कदम उठा रहे हैं। पाकिस्तान के ताजा फैसले को कश्मीर के मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तकरार में नई कड़ी माना जा रहा है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार रेडियो पाकिस्तान ने शरीफ के निर्णय की घोषणा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने विशेष दल से अपील की है कि वो कश्मीर के मसले को पूरी दुनिया में उठाएं ताकि वो सितंबर में संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सामूहिक चेतना को झकझोर सकें।” शरीफ ने भारत को संबोधित करते हुए कहा, “हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि भारत ही कई दशकों पहले कश्मीर विवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र में गया था लेकिन अब वो अपना वादा नहीं पूरा कर रहा है।” शरीफ ने कहा कि कश्मीर समस्या संयुक्त राष्ट्र की पुरानी विफलता है और विश्व को इसकी प्रासंगिकता सुनिश्चित करनी चाहिए।

आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की एक मुठभेड़ में मौत के बाद कश्मीर में हिंसा में अब 65 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। घाटी के कुछ इलाकों में अभी भी कर्फ्यू जारी है। बुरहान वानी की मौत के बाद हुई हिंसा में कश्मीरियों की मौत के बाद पाकिस्तान ने देश में काला दिवस मनाया था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने घायल कश्मीरियों के लिए मेडिकल मदद करने की भी पेशकश की थी।

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