पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक अदालत के फैसले के बाद शुक्रवार को अपनी कैबिनेट में फेरबदल करना पड़ा। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) 2018 में सत्ता में आई थी और उसके बाद से यह चौथा कैबिनेट फेरबदल है। मंत्रीमंडल में रशीद को बढ़ावा मिलना पीएम इमरान खान के लिए खतरे के संकेत के तौर पर देखे जा रहे हैं। दरअसल, इमरान अपने नए गृह मंत्री को बिल्कुल पसंद नहीं करते। हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें इमरान ने कहा था कि वे शेख रशीद को चपरासी तक न रखें। हालांकि, अब रशीद को बढ़ावा मिलना सैन्य शासन वाले पाकिस्तान में पीटीआई सरकार के लिए मुसीबत के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि पिछले साल भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान की रिहाई का विरोध किया था। उन्होंने पाकिस्तानी संसद में माना था कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप खैबर-पख्तूनख्वा क्षेत्र में मौजूद हैं। इसके अलावा वे एक मौके पर जमात-उद दावा संगठन के प्रमुख हाफिज सईद की भी तारीफ कर चुके हैं।
कैसे गृह मंत्री बने शेख रशीद?: दरअसल, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने हाल में फैसला दिया है कि अनिर्वाचित और विशेष सहायक कैबिनेट समितियों की अगुवाई नहीं कर सकते हैं। खान ने शेख रशीद अहमद को गृह मंत्री और डॉ अब्दुल हफीज शेख को वित्त मंत्री नियुक्त किया है। सरकारी रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक, अहमद पहले से ही कैबिनेट का हिस्सा हैं और रेल मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे थे जबकि हफीज शेख वित्त और राजस्व पर सलाहकार के तौर पर सेवा दे रहे थे।
वह निर्वाचित सदस्य नहीं हैं और वह कई समितियों की अगुवाई नहीं कर सकते हैं। हफीज शेख को संविधान के अनुच्छेद 91 (9) के तहत मंत्री नियुक्त किया गया है। वह छह महीने तक मंत्री के पद पर रह सकते हैं। उन्हें उसके बाद कौमी (राष्ट्रीय) असंबेली या सीनेट के लिए निर्वाचित होना होगा।
रेल मंत्री भी रह चुके हैं रशीद: नए कैबिनेट में सबसे अहम बदलाव अहमद के मंत्रालय में किया गया है। रेलवे के कामकाज में सुधार करने में नाकाम रहने के बावजूद उन्हें गृह मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। गृह मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) ऐजाज अहमद शाह को स्वापक नियंत्रण मंत्री बनाया गया है जबकि आज़म खान स्वाती को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। माना जाता है कि हफीज़ शेख को मार्च में सीनेट का सदस्य बनाया जाएगा, तब उच्च सदन के लिए चुनाव होंगे।

