पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज कहा कि दुनिया को कश्मीरियों की पीड़ा पर ध्यान देने की जरूरत है और उन्होंने कश्मीर के लोगों के ‘स्थानीय स्वतंत्रता संघर्ष’ का समर्थन करने का संकल्प किया। शरीफ का यह बयान उस वक्त आया जब उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर :पीओके: के निवर्तमान ‘राष्ट्रपति’ सरदार मुहम्मद याकूब खान से मुलाकात की। शरीफ ने एक बार फिर कहा कि उनकी सरकार कश्मीरी लोगों के ‘स्वतंत्रता संघर्ष’ को पूरा नैतिक, राजनयिक और राजनीतिक समर्थन देती रहेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया को उन निहत्थे निर्दोष कश्मीरी लोगों के खिलाफ हालिया बर्बरताओं का संज्ञान लेने की जरूरत है जो स्वतंत्रता के अपना अपरिहार्य अधिकार हासिल करने के लिए भारी कुर्बानी दे रहे हैं।’’ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने याकूब खान के काम की तारीफ की। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने पिछले महीने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में संसदीय चुनाव में जीत हासिल की थी। शरीफ पहले ही राजा फारूक हैदर को पाक के कब्जे वाले कश्मीर का प्रधानमंत्री और मसूद खान को राष्ट्रपति नियुक्त कर चुके हैं। ये दोनों पीओके के रहने वाले हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ कश्मीर को लेकर कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। शरीफ ने हिजबुल कमांडर बुरहानी वानी केे मारे जाने पर अफसोस जताते हुए  उसे ‘शहीद’  बताया था। साथ ही कहा था कि उन्हें उस दिन का इंतजार है जब कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा बनेगा। इस पर भारत की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बनाने का उनका सपना कायनात के खत्म होने पर भी साकार नहीं होगा।