पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ‘भारतीय आक्रमण’ को पूरे क्षेत्र के लिए खतरा बताते हुए शुक्रवार (30 सितंबर) को आगाह किया कि उनका देश भी लक्षित हमला करने में सक्षम है और किसी को भी देश पर बुरी नजर डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। देश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कैबिनेट की विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए शरीफ ने कहा कि नियंत्रण रेखा के उल्लंघन या किसी आक्रमण की स्थिति में अपने लोगों और क्षेत्रीय भूभाग की रक्षा के लिए पाकिस्तान सभी जरूरी कदम उठाएगा।
दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार उन्होंने कहा कि भारतीय आक्रमण से पूरे क्षेत्र के लिए खतरा पैदा हुआ है और पाकिस्तान अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के सभी उपाय करेगा। शरीफ ने कहा, ‘किसी को भी पाकिस्तान पर बुरी नजर डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लक्षित हमला करने में पूर्ण रूप से सक्षम है। उन्होंने कहा कि देश मातृभूमि की रक्षा के लिए बहादुर सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि एलओसी उल्लंघन या आक्रमण को रोकने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का शांति कायम करने का संकल्प मजबूत बना हुआ है।
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व और उसके लोग भारत के आक्रामक इरादों का मुकाबला करने के लिए एकजुट हैं तथा शांति के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को उसकी कमजोरी नहीं माना जाना चाहिए। शरीफ ने कश्मीर मुद्दा भी उठाया और कहा कि यह ‘विभाजन का अधूरा एजेंडा है।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर में उत्पीड़न कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार को नहीं कुचल सकता। उन्होंने कहा वहां ‘भारतीय उत्पीड़न अस्वीकार्य है।’
उरी में 18 सितंबर को हुए हमले की जांच का आह्वान करते हुए शरीफ ने कहा कि हमले को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान पर दोषारोपण समझ से परे है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता कि तनाव बढ़े लेकिन वह ‘हर परिस्थिति के लिए तैयार है।’ वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि भारत कश्मीरियों के खिलाफ अपने ‘अत्याचारों’ से दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश के तहत कृत्रिम तनाव पैदा कर रहा है।