पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि सरकार और सेना के नेतृत्व के बीच मतभेद की खबर देने वाले पत्रकार को विदेश जाने से इसलिए रोका गया है ताकि वह एक महत्वपूर्ण गोपनीय सुरक्षा बैठक की ‘‘गलत’’ जानकारी मीडिया में लीक होने की जांच में मदद कर सकें।देश के प्रतिष्ठित अखबार डॉन के पत्रकार सिरील अल्मीडा का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट :ईसीएल: में डाले जाने का विवाद पैदा होने के बाद पहली बार संवाददाताओं को संबोधित करते हुए गृहमंत्री चौधरी निसार ने कहा, ‘‘हमारे पास उनका नाम ईसीएल में डालने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि वह अगले दिन विदेश जा रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमने उन्हें ईसीएल में नहीं डाला होता तो, हमपर उसे जाने देने का आरोप लगता।’’निसार ने कहा कि खबर प्रकाशित होने के अगले दिन जब पत्रकार ने यूएई जाने की टिकट ली तब यह कार्रवाई की गयी। मंत्री ने आरोप लगाया कि खबर ‘‘गलत’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘इस गलत खबर को किसने लीक किया? इसे किसी के हवाले से प्रकाशित किया गया, और उसका खुलासा होगा…. उन्हें न्याय की जद में लायाजाएगा। यदि हमने पत्रकार को देश छाड़कर जाने दिया तो उस व्यक्ति को न्याय की जद में कैसे लाया जाएगा?’’निसार ने कहा कि मामले की जांच जल्दी पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘जांच तीन-चार दिन मेंं पूरी हो जाएगी और सभी को स्वतंत्रतापूर्वक यात्रा करने की अनुमति होगी।’’ अल्मीडा की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध की पाकिस्तान और दुनिया भर में आलोचना हुई है।