पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाईजैक किया था। हालांकि पाकिस्तान सेना ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया और सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया गया। इस बीच BLA ने बड़ा दावा किया है। BLA के अनुसार 154 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक अभी भी उनके पास बंधक हैं। वहीं क्वेटा स्टेशन पर 200 ताबूत देखे गए हैं।
40 पाक सैन्यकर्मियों और 60 बंधकों को मारा गया- BLA
पाकिस्तान की सेना के बयान पर BLA ने बताया कि ट्रेन में कुल 426 यात्री थे, जिसमें 214 सैन्यकर्मी शामिल थे। BLA ने कहा कि ट्रेन हाईजैक के पहले घंटे में ही 212 यात्रियों को रिहा कर दिया गया और 40 पाक सैन्यकर्मियों और 60 बंधकों को मारा जा चुका है। BLA के अनुसार अभी भी उनके कब्जे में 150 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक हैं।
मानवाधिकार एक्टिविस्ट के अनुसार अधिकारियों ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से ज़्यादा ताबूत भेजे हैं, जिससे भारी जनहानि की आशंका है। मानवाधिकार एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्ज़ा का मानना है कि पाकिस्तानी सेना ने बातचीत न करने का फ़ैसला किया है, जिससे सैन्य कर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार अयूब मिर्ज़ा ने एक बयान में कहा, “क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से ज़्यादा लकड़ी के ताबूत लाए गए हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तानी सेना ने बातचीत न करने का फ़ैसला किया है, इस तरह उसने अपने सैन्य कर्मियों को मरवाने का फ़ैसला किया है।”
ऑपरेशन खत्म, छुड़ाए गए सभी बंधक, 10 प्वाइंट्स में समझिए पाकिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक की पूरी कहानी
अमजद अयूब मिर्ज़ा ने कहा कि 30-40 सैन्य कर्मियों के शव पहले ही क्वेटा लाए जा चुके हैं और आस-पास के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। BLA ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान की ओर से 16 बार बंधकों को बचाने की कोशिश की गई, जिसमें 63 पाक जवान घायल हुए। वहीं BLA ने दावा किया है कि उनके तीन लोग मारे गए हैं।
जानें पाक सेना ने क्या कहा
वहीं बुधवार रात पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सभी बंधकों को बचा लिया गया और 33 विद्रोहियों को मार डाला गया। पाक सेना ने दावा किया कि एयरफोर्स, फ्रंटियर कोर और स्पेशल सर्विस ग्रुप ने मिलकर ऑपरेशन चलाया था और सभी नागरिकों को रेस्क्यू किया गया। सेना ने 21 नागरिकों के मौत की जानकारी दी थी।