कश्मीर के हंदवाड़ा की घटना के बारे में इस्लामाबाद से आई टिप्पणियों पर नाराजगी जताते हुए भारत ने शुक्रवार (20 मई) को कहा कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र है और भारत को अपने आंतरिक मामलों पर उससे उपदेश की जरूरत नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक वरिष्ठ मंत्री की टिप्पणी भारत के रुख की पुष्टि करती है। उन्होंने कहा कि पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला के बयान उन लोगों और संगठनों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई नहीं करने की वजह को साफ करते हैं जिन पर कार्रवाई करने की पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वादा कर चुका है।

विकास ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि जमात-उद-दावा और जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी जैसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती क्योंकि सरकार खुद उनके साथ शामिल है। स्वरूप ने कहा कि इस्लामाबाद को इस दुर्भाग्यपूर्ण वास्तविकता पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर वास्वत में मंत्री ने यह कहा है तो यह दुखद तरीके से उस विचार की पुष्टि करता है जो हमने पाकिस्तान में भारत-विरोधी आतंकवादी समूहों को उपलब्ध समर्थन और आजादी के बारे में व्यक्त किये हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय मुहर वाले आतंकवादी संगठन और लोग भी हैं।”

गौरतलब है कि पाकिस्तानी मंत्री ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ किसी भी कानूनी कार्रवाई की संभावना को खारिज करते हुए कहा था, “आप किसी समूह पर मुकदमा कैसे चला सकते हैं जिसके साथ खुद सरकार शामिल हो?”