पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर नवाज की गिरफ्तारी से पनपे विवाद के बीच देश में अब गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो गई है। पाकिस्तान की कुछ अपुष्ट मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाक सेना और सिंध की पुलिस के बीच गोलीबारी की घटना हुई है, जिसमें 10 पुलिसकर्मियों की जान चली गई है। हालांकि, द डॉन और अन्य प्रमुख न्यूज वेबसाइटों ने अब तक ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं दी है।

क्या है मामला?: हाल ही में इमरान सरकार के खिलाफ हुई विपक्ष की रैली के बाद सेना ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान को रातोंरात होटल के कमरे से उठा लिया था। राजनीतिक दबाव के बाद सफदर अगली शाम छूट गए थे। लेकिन सिंध प्रांत के पूर्व गवर्नर मोहम्मद जुबैर ने खुलासा किया है कि सफदर की गिरफ्तारी के लिए पाकिस्तानी सेना ने सिंध के पुलिस चीफ का अपहरण कर लिया था, ताकि उनसे सफदर के अरेस्ट के आदेश दिलाए जा सकें।

बताया गया है कि पुलिस प्रमुख मुश्ताक मेहर के अपहरण की खबर मिलने के बाद पुलिस के कई अफसरों ने विरोध में एक साथ छुट्टी पर जाने की अर्जी दाखिल कर दी। इसमें सिंध पुलिस के सभी बड़े अफसर- 3 आईजी, 25 डीआईजी, 30 एसएसपी और दर्जन भर अन्य एसपी, डीएसपी और एसएचओ शामिल रहे। पुलिस विभाग की ओर से 18-19 अक्टूबर के बीच हुई घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे अफसरों का असम्मान करार दिया गया।

‘सम्मान नहीं हुआ तो इस्तीफा देंगे’: सिंध पुलिस ने इसके बाद एक ट्वीट में कहा कि पुलिसकर्मियों के छुट्टी पर जाने की अर्जियां उनकी त्वरित प्रतिक्रिया है और अफसरों ने यह फैसला निजी तौर पर किया है। अब इस घटना के बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने खुद मामले का संज्ञान लिया है और जांच के आदेश दिए हैं। बताया गया है कि पुलिसवालों ने यहां तक धमकी दे दी है कि अगर उनका सम्मान नहीं होता, तो वे इस्तीफा भी दे सकते हैं।

सोशल मीडिया पर कराची में गृहयुद्ध के दावे: ट्विटर पर कई मंगलवार से लेकर अब तक कई ऐसे पोस्ट्स आए हैं, जिनमें कराची में सैनिकों और सिंध पुलिस के बीच फायरिंग की बात कही गई है। द इंटरनेशनल हेराल्ड ने घटना की अपुष्ट फोटो और वीडियो भी पोस्ट किए हैं। पाकिस्तान की इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) ने बयान जारी कर कहा है कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने कराची कोर कमांडर को तुरंत इस मामले की जांच के लिए कहा है और जल्द से जल्द घटना से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।