The Resistance Front: पाकिस्तान ने आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट The Resistance Front (TRF) पर अमेरिका द्वारा लिए गए एक्शन पर पहली बार बयान दिया है। बताना होगा कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित किया था। TRF ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। TRF ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम में कहा, “TRF को प्रतिबंधित करना अमेरिका का फैसला है। हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है और अगर उनके पास इस बात का कोई सबूत है कि वह (TRF) इसमें शामिल है तो हम उसका स्वागत करते हैं।” डार ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की।
TRF पर कार्रवाई के बारे में बताते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा था, ‘विदेश मंत्रालय ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को Foreign Terrorist Organisation (FTO) और Specially Designated Global Terrorist (SDGT) के रूप में दर्ज किया है।’
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लश्कर से जुड़ा है TRF
TRF कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है और पिछले कई सालों में इसने कश्मीर में कई बेगुनाह और मासूम लोगों की हत्या की है। TRF के लश्कर से संबंध को लेकर डार ने कहा, “TRF को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ना गलत है। उस संगठन को पाकिस्तान ने कई साल पहले ही खत्म कर दिया था। उसके लोगों पर मुकदमा चलाया गया, उन्हें गिरफ्तार किया गया और जेल में डाला गया और पूरे संगठन को खत्म कर दिया गया।”
लश्कर-ए-तैयबा ने न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया में कई जगहों पर आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है।
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भारत ने भी घोषित किया था आतंकी संगठन
भारत ने जनवरी 2023 में UAPA के तहत TRF को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। South Asia Terrorism Portal के मुताबिक, TRF 2019 में सामने आया और इसने जम्मू और कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दिया है। इसमें श्रीनगर में एक ग्रेनेड हमला और कई टारगेट किलिंग शामिल हैं।
बताना होगा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था और ऑपरेशन सिंदूर के तहत ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक की थी।
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