पाकिस्तानी पुलिस ने गुरुवार को एक गांव की पंचायत से जुड़े 15 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोप है कि इन्होंने एक 16 साल की लड़की को जिंदा जलाने का आदेश दिया। मृतक लड़की ने एक प्रेमी युगल को भागने में मदद की थी।
पुलिस के मुताबिक, लड़की को जलाने की घटना राजधानी इस्लामाबाद से 50 किमी नॉर्थ ईस्ट में स्थित डोंगा गली कस्बे के नजदीक बीते हफ्ते हुई। पंचायत का मानना था कि लड़की ने गांव की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई, इसलिए उन्होंने ऐसी सजा सुनाने का एलान किया। लड़की की मां और भाई को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों कथित तौर पर पंचायत के फैसले के वक्त मौजूद थे और सुनाई गई सजा पर राजी भी हुए। बता दें कि पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी इलाकों में स्थानीय विवादों के हल के लिए स्थानीय पंचायतों या ‘जिरगा’ का सहारा लेते हैं। हालांकि, कानूनी तौर पर पाकिस्तान में इनकी कोई जगह नहीं है।
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लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी ने पास के ही एक गांव के प्रेमी युगल की मदद की थी। पुलिस के मुताबिक, पंचायत से जुड़े लोग लड़की को गांव के बाहर एक सुनसान जगह पर ले गए। वहां उसे नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया। प्रेमी युगल जिस वाहन में भागा था, उसी की सीट से लड़की के हाथ बांध दिए। उस पर पेट्रोल डाला और पूरी गाड़ी में आग लगा दी। जिले के पुलिस प्रमुख सईद वजीर ने कहा कि उन्होंने पूरी जिंदगी में ऐसी नृशंस घटना नहीं देखी।
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, यहां बीते साल हॉनर किलिंग के मामलों में 500 से ज्यादा पुरुष और महिलाओं की हत्या की जा चुकी है। इन वारदात को अंजाम देने वाले लोगों में अधिकतर रिश्तेदार थे, जिनका मानना था कि पीडि़त की वजह से उनके परिवार को शर्मिंदा होना पड़ा।