क्या आप जानते हैं… पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक बड़ी तैयारी कर ली है और वह जल्द ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी परमाणु ताकत भी बनने जा रहा है। आइए बताते हैं कैसे…

अमेरिका में पाकिस्तानी विदेश सचिव एजाज चौधरी ने मंगलवार को साफ कह दिया है कि हमने भारत की कोल्ड-स्टार्ट डॉक्ट्रिन और हमले के खतरे से निपटने के लिए छोटे एटमी हथियार डेवलप कर लिए हैं।

वहीं पाकिस्तानी विदेश सचिव के इस बयान के बाद न्यूक्लियर बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट की नोटबुक रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के पास इस वक्त 110-130 परमाणु बमों का जखीरा है। 2011 में इसकी संख्या 90-110 थी। यह साफ लग रहा है कि, साल 2025 तक पाकिस्तान दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनने की रेस में बहुत आगे है।

रिपोर्ट के मुताबिक न्यूक्लियर नोटबुक, पाकिस्तान की परमाणु जानकारी को सामने लाने का सबसे प्रमाणिक स्रोत है। ख़बर है कि पाकिस्तान लगातार अपने परमाणु भंडार को बढ़ा रहा है और इस बात की भी पुष्टि की गई है कि वह छोटे परमाणु हथियार को डेवलप कर रहा है। जरूरत पड़ने पर, पड़ोसी देश इसका इस्तेमाल भारतीय सैनिकों पर करने की मंशा रखता है।

मशहूर न्यूक्लियर एक्सपर्ट हंस क्रिसटेंसेन और रॉबर्ट नॉरिस की रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि भारतीय सेना के किसी भी संभावित हमले का जवाब देने के लिए पाकिस्तान शॉर्ट रेंज की परमाणु क्षमता संपन्न मिसाइलें भी बना रहा है। भारत के सुरक्षा अधिकारी मानते हैं कि इसका इस्तेमाल भारत के साथ किसी भी छोटे स्तर के युद्ध का मुकाबला करने के लिए भी किया जा सकता है।

वहीं अमेरिका में इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के शस्त्रागार में सबसे ज्यादा विवादों में रही परमाणु क्षमता संपन्न मिसाइल NASR (हत्फ-9) है। इस शॉर्ट रेंज मिसाइल की रेंज सिर्फ 60 किलोमीटर (37 मील) ही है। इस रेंज के साथ पाकिस्तान चाहे तो भारत की कई महत्वपूर्ण जगहों को अपना टारगेट बना सकता है।