पाकिस्तान ने शनिवार को परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने का दावा पेश किया।पाकिस्तान ने कहा कि उसकी साख मजबूत है और उसने अपनी निर्यात नियंत्रण व्यवस्था को तेज और मजबूत किया है। पाक के विदेश राज्य मंत्री सैयद तारिक फातिमी ने कहा, ‘भेदभाव रहित आधार पर परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह और दूसरी बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं का सदस्य बनने के लिए पाकिस्तान की साख मजबूत है।’ उन्होंने एक बयान में कहा कि इन सालों में पाकिस्तान ने अपनी निर्यात नियंत्रण व्यवस्था को तेज और मजबूत किया है और बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं के साथ अपना जुड़ाव बढ़ाया है। वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की गैरमौजूदगी में दो दिन के शिखर सम्मेलन में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शरीफ ने लाहौर आतंकी हमले को देखते हुए अपना अमेरिकी दौरा रद्द कर दिया था।
पाकिस्तान ने इस बात पर ध्यान दिए बिना वैश्विक परमाणु समुदाय का एक जिम्मेदार सदस्य होने का दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब भी परमाणु प्रसार के लिए बदनाम पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिक एक्यू खान नेटवर्क के कारनामों से नहीं उबरा है। देश 48 सदस्यीय एनएसजी का सदस्य बनने के लिए पूरे जोर से लॉबीइंग कर रहा है। एनएसजी के सदस्य परमाणु प्रौद्योगिकी का व्यापार और निर्यात कर सकते हैं। एनएसजी एक शक्तिशाली बहुराष्ट्रीय संगठन है जिसका काम परमाणु हथियारों के विकास में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों के निर्यात और दोबारा हस्तांतरण को नियंत्रित कर परमाणु प्रसार को घटाना है। पाकिस्तान का कहना है कि अगर उसे संगठन की सदस्यता से वंचित रखा जाएगा और भारत को सदस्यता दी जाएगी तो उसे भेदभाव माना जाएगा व इससे क्षेत्र में असंतुलन पैदा होगा।