पाकिस्तान में फिरकापरस्ती से संबंधित हिंसा की दो अलग अलग घटनाओं में अशांत बलूचिस्तान प्रांत में अल्पसंख्यक जिकरी समुदाय के एक आध्यात्मिक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी जबकि कराची में शिया बाप-बेटे की जान ले ली गयी। जिकरी समुदाय के आध्यात्मिक नेता सैयद मुल्ला अख्तर मुल्लई की शुक्रवार (7 अक्टूबर) बलूचिस्तान के केच जिले के बालगाथेर गदागी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने कहा कि मुल्लई अपने एक अनुयायी की शादी कराने के बाद घर लौट रहे थे जब मोटरसाइकिल से आए अज्ञात लोगों ने उनपर गोलियां चलायीं।
प्रतिबंधित संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ऑल पाकिस्तान मुस्लिम जिकरी अंजुमन ने मुल्लई की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि गत 20 सितंबर को भी अज्ञात बंदूकधारियों ने बलूचिस्तान के पंजगुर इलाके में समुदाय के कई घरों एवं धार्मिक स्थलों में आग लगा दी थी। दूसरी घटना में शुक्रवार देर रात बंदकूधारियों ने कराची के गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके में एक इमामबारगाह के एक ट्रस्टी और उसके बेटे की हत्या कर दी।
मोटरसाइकिल से आए लोगों ने मंसूर जैदी और उसके बेटे अम्मार को गोलियों से छलनी कर दिया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। कराची के गुलशन-ए-इकबाल इलाके में भी बंदूकधारियों ने एक शिया इमामबारगाह के पास गोलीबारी की जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। घटना के बाद सिंध प्रांत की सरकार ने अगले नोटिस तक मोटरसाइकिल पर दो लोगों के सवार होने पर रोक लगा दी।