यूनाइटेड किंगडम (यूके) में पाकिस्तान का समर्थन करने वाले नेता लॉर्ड नजीर अहमद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बीबीसी न्यूज नाइट प्रोग्राम के खुलासे के मुताबिक, उन पर मदद मांगने आई महिला से शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगा है। यह मामला फरवरी 2017 का है। 43 वर्षीय ताहिरा जमन उनके पास एक दोस्त के जरिए मदद की आस लेकर आई थीं। दरअसल, उन्हें किसी धर्म अनुनायी से खतरे की आशंका थी, लिहाजा वह अहमद से इस मामले में पुलिस जांच को लेकर सहायता चाहती
थीं।

जमन ने बीबीसी से कहा, “अहमद ने मुझे बताया था कि उन्होंने शहर के पुलिस अधिकारी क्रेसिडा डिक को इस संबंध में चिट्ठी लिख चिंता जताई है। पर उसके बाद वह बार-बार मुझसे डिनर पर चलने के लिए कहने लगे। उनके कई बार आग्रह पर मैं राजी हो गई। डिनर के हफ्ते भर बाद मैंने उनसे पुलिस शिकायत के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे पूर्वी लंदन स्थित अपने घर बुलाया था।”

पीड़िता के मुताबिक, “उन्होंने तब कहा था- आप (जमन) बहुत खूबसूरत लग रही हैं।” दोनों के बीच इसके बाद कई बार संबंध बने। हालांकि, जमन कबूलती हैं कि ये रिश्ता उनकी सहमति से था, पर उनका कहना था, “मैं मदद की आस में थी और उन्होंने मेरा फायदा उठाया। उन्होंने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया।”

बकौल जमन, “अहमद ने मुझसे साफ कर दिया था कि वह पत्नी को नहीं छोड़ सकते, लिहाजा हमारा रिश्ता दो महीने बाद ही खत्म हो गया।” जमन को इसके अलावा लगता है कि अहमद ने उनका शोषण किया, क्योंकि वह उस दौरान अकेलेपन और अवसाद से जूझ रही थीं।

इसी बीच, एक अन्य महिला ने बीबीसी से कहा, “मैंने भी अहमद से मदद मांगी थी, जिसके बदले उन्होंने मुझे लंदन स्थित उनके आवास पर साथ में रात गुजराने के लिए कहा था।” नाम न बताने की शर्त पर महिला ने दावा किया कि वह अहदम का शारीरिक संबंध बनाने के लिए प्रस्ताव था, लिहाजा उन्होंने मना कर दिया।

उधर, अहमद ने इन आरोपों को बेबुनियाद ठहराया है। उन्होंने कहा है, “मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।” अहमद, कश्मीर अधिकृत पाकिस्तान (पीओके) के मीरपुर के निवासी हैं। वह हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सदस्य हैं। कहा जाता है कि इस्लामाबाद से उन्हें काफी समर्थन मिलता है। वह इसके अलावा ब्रिटिश संसद में कश्मीर मसले वाली लॉबी का हिस्सा माने जाते हैं। लेबर पार्टी के नेता को 2013 में यहूदी विरोधी भावना रखने के आरोपों को लेकर पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।