अमेरिका के एक वरिष्ठ खोजी पत्रकार के अनुसार अमेरिका के दावे के उलट इस्लामी रीतियों के साथ अंत्येष्टि के बाद ओसामा का शव समुद्र में नहीं फेंका गया बल्कि ऐसी संभावना है कि रायफल की गोली से अलकायदा प्रमुख के शव के टुकड़े किए गए और उनमें से कुछ हिन्दु कुश पर्वत के ऊपर फेंके गए।
पुलित्जर पुरस्कार विजेता सेमर हर्श ने दावा किया कि अमेरिकी सरकार की ओसामा को उचित इस्लामी तरीके से दफनाए जाने की बात गलत है और अमेरिकी विमान वाहक पोत यूएसएस कार्ल विन्सन पर उसका शव ले जाकर समुद्र में नहीं फेंका गया।
उन्होंने लंदन रिव्यू ऑफ बुक्स में प्रकाशित अपने लेख में कहा, ‘‘ओबामा द्वारा सील के हाथों ओसामा के मारे जाने की घोषणा के बाद हर कोई उसका शव सामने रखने की उम्मीद कर रहा था। इसकी बजाए संवाददाताओं से कहा गया कि बिन लादेन का शव सील्स अफगानिस्तान के जलालाबाद में अमेरिकी सेना के एक हवाई क्षेत्र में ले जाया गया और फिर उसे उत्तरी अरब सागर में नियमित गश्ती करने वाले विमान वाहक पोत यूएसएस कार्ल विन्सन पर रखा गया।’’
अमेरिकी सरकार ने ओसामा की मौत के कुछ घंटे बाद उसे समुद्र में फेंके जाने की बात कही थी। हर्श ने कहा कि घटना के कुछ ही हफ्तों के बाद विशेष अभियान कमान से लंबे समय से जुड़े दो सलाहकारों ने उन्हें बताया कि कार्ल विन्सन पर अंत्येष्टि नहीं हुई थी। वर्तमान खुफिया जानकारी दोनों की पहुंच के भीतर हैं।
हर्श ने कहा, ‘‘एक सलाहकार ने मुझसे कहा कि अफगानिस्तान ले जाने से पहले बिन लादेन के शव की तस्वीर खींची गयी और उसकी शिनाख्त की गयी। सलाहकार ने कहा: उस समय सीआईए ने शव को नियंत्रण में ले लिया। कवर स्टोरी थी कि शव वापस कार्ल विन्सन पर ले जाया गया।’ दूसरा सलाहकार इस बात पर सहमत था कि ‘समुद्र में कोई अंत्येष्टि नहीं’ हुई।’’
दूसरे सलाहकार ने कहा कि ‘बिन लादेन की हत्या एक राजनीतिक नाटक थी जिसका मकसद ओबामा की सैन्य विश्वसनीयता को बढ़ाना था।’
हर्श ने अपने लेख के अधिकतर दावे एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी के हवाले से किए हैं जिन्हें पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा के होने की खुफिया जानकारी के बारे में पता था।
हर्श ने कहा, ‘‘सेवानिवृत्त अधिकारी ने कहा कि एक और उलझन थी: सील टीम के कुछ सदस्यों ने अपने सहकर्मियों और अन्य के सामने शेखी बघारते हुए कहा था कि उन्होंने रायफल की गोली से ओसामा के शरीर के टुकड़े किए थे। उसके अवशेषों में कुछ गोलियों से छेद बन गए थे, उन्हें और उसके सिर को एक थैली में फेंका गया और जलालाबाद ले जाते समय हेलीकॉप्टर से शव के कुछ हिस्सों को हिन्दू कुश पर्वत के ऊपर फेंका गया।’’
अमेरिका ने हर्श के दावों को ‘गलत’ और ‘निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया है।