E. coli Outbreak Organic Carrots: अगर आप गाजर की सब्जी खाते हैं या इसे सलाद में लेना पसंद करते हैं तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए क्योंकि अमेरिका में संक्रमित गाजर खाने से कई लोग बीमार पड़ गए हैं और एक शख्स की मौत हो गई है। तुरंत कदम उठाते हुए ग्रिमवे फार्म्स ने कई राज्यों में भेजी गई ऑर्गेनिक और छोटी गाजरों को वापस मंगा लिया है। ऐसा इन गाजरों के E. coli बैक्टीरिया से संक्रमित होने की वजह से हुआ है।

अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने बताया कि अब तक 15 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 18 राज्यों से गाजर खाने से संक्रमित होने वालों के 39 मामले सामने आ चुके हैं। ग्रिमवे फार्म्स द्वारा जिन बड़े सुपर मार्केट्स को यह गाजर बेची गई थी। उनके नाम ट्रेडर जोस, होल फूड्स 365, टारगेट्स गुड एंड गेदर, वॉलमार्ट्स मार्केटसाइड, वेगमैन्स हैं।

इस मामले में ग्रिमवे फार्म्स का कहना है कि उसके द्वारा उगाए गए गाजर E. coli बैक्टीरिया से संक्रमित हो गए हैं और छोटे बच्चों, बुजुर्गों और ऐसे लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, उन्हें इससे गंभीर संक्रमण हो सकता है। इससे उबरने में कई बार लोगों को 24 घंटे से लेकर 10 दिन तक लग जाते हैं।

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गाजर फेंक दें या स्टोर को लौटा दें

सीडीसी के अफसरों का कहना है कि शायद संक्रमित होने वाली गाजर अब किसी भी स्टोर में नहीं होंगी लेकिन ऐसा हो सकता है कि घरों में यह रखी हुई हो और ऐसे में इन गाजर को फेंक दिया जाना चाहिए या इन्हें स्टोर में वापस दे देना चाहिए जिससे इनके पैसे वापस मिल सकें।

न्यूज़ एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, गाजर खाने से संक्रमित हुए अधिकतर लोग न्यूयॉर्क, मिनेसोटा और वाशिंगटन के रहने वाले हैं। इसके अलावा कैलिफोर्निया और ओरेगॉन में भी गाजर खाने की वजह से लोग बीमार पड़े हैं।

सीडीसी का कहना है कि जितनी भी गाजर वापस मंगाई गई हैं, उनमें इस्तेमाल करने की अंतिम तारीख नहीं छपी हुई थी लेकिन फिर भी उन्हें 14 अगस्त से 23 अक्टूबर तक खरीदा जा सकता था। सीडीसी ने कहा है कि 11 सितंबर से 12 नवंबर तक इस्तेमाल की जा सकने वाली छोटी गाजर को भी वापस मंगा लिया गया है।

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सीडीसी की ओर से कहा गया है कि गाजर के संपर्क में आने वाली सभी जगहों को सैनिटाइज करना चाहिए। ऐसे मामलों में अधिकतर लोग बिना किसी इलाज के भी ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ लोगों को किडनी की गंभीर बीमारी हो सकती है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ सकता है।

क्या हैं E. coli के लक्षण?

E. coli के लक्षणों में पेट में मरोड़ होना, दस्त होना और उल्टी आना शामिल है और ऐसा बैक्टीरिया के पेट में जाने के तीन से चार दिन बाद शुरू होता है।

मैकडॉनल्ड्स के बर्गर में मिला था संक्रमण

यह मामला इसलिए चिंताजनक है क्योंकि कुछ महीने पहले ही अमेरिका में E. coli से संक्रमण का एक और मामला सामने आया था। तब मैकडॉनल्ड्स के क्वार्टर पाउंडर बर्गर में डाले गए प्याज के टुकड़ों में ऐसा संक्रमण मिला था और इससे 104 लोग बीमार हो गए थे और एक शख्स की मौत हो गई थी। 34 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।

आईसीएमआर के एंटीमाइक्रोबियल सर्विलांस नेटवर्क की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मरीजों के नमूनों से अलग किया जाने वाला सबसे आम बैक्टीरिया E. coli है। इससे होने वाला संक्रमण भारत में भी होता है। यह प्रदूषित खाने और पानी से फैलता है।