महान एथलीट्स में शुमार होने वाले लिनफोर्ट क्रिस्टी ने ब्रिटेन की मेट्रोपोलिटिन पुलिस पर दो एथलीट्स के खिलाफ रंगभेदी कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। दरअसल पुलिस ने दो एथलीट को हिरासत में लेकर उन्हें हथकड़ी पहनायी थी। जिसका वीडियो भी लिनफोर्ट क्रिस्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। ओलंपिक चैंपियन ने इस मामले में सरकार और पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा है।

क्रिस्टी द्वारा पोस्ट की गई है वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मेट्रोपोलिटिन पुलिस द्वारा कार सवार एक पुरुष और महिला एथलीट के साथ बदसलूकी की गई। जिस वक्त यह घटना घटी, उस वक्त कार में दंपत्ति का 3 माह का बच्चा भी था। वहीं ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने कहा है कि जिस वक्त यह घटना घटी उसके अधिकारी इलाके में पेट्रोलिंग पर थे क्योंकि यहां युवाओं द्वारा की जाने वाली हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई है।

ट्विटर पर साझा किए अपने पोस्ट में क्रिस्टी ने लिखा कि “मेरे दो एथलीट को पुलिस ने रोका, दोनों अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं, दोनों 3 माह के बच्चे के माता-पिता हैं और घटना के वक्त बच्चा भी गाड़ी में मौजूद था। पुलिस ने दोनों को उनके घर के बाहर हथकड़ी पहनायी। क्या कोई मुझे इसका स्पष्टीकरण दे सकता है कि मेट्रोपोलिटिन पुलिस के जवान एक ड्राइवर का शोषण कर रहे हैं, एक मां को उसके बच्चे से दूर ले जा रहे हैं। इसके बाद एक स्निफर डॉग से गाड़ी की जांच करायी जाती है। क्या यह संदिग्ध कार थी या काले लोगों की कार थी, इसलिए ऐसा किया गया। कहा जा रहा है कि कार से गांजे की महक आ रही थी तो फिर रोड के किनारे ड्रग टेस्ट क्यों नहीं किया गया? यह पहली बार नहीं है और आगे भी ऐसा होगा लेकिन इस तरह ताकत का गलत इस्तेमाल और संस्थागत रंगभेद किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं ठहराया जा सकता।”

वहीं लंदन की मेट्रोपोलिटिन पुलिस का कहना है कि ड्राइवर गाड़ी को गलत दिशा से आ रहा था और उसकी कार के शीशे बी काले थे। ऐसे में पुलिस ने एहतियातन हथियार की चेकिंग के लिए गाड़ी को रोका था और चेकिंग के बाद दोनों एथलीट को जाने दिया गया था। इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

बता दें कि बीते दिनों अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड नामक आदमी की मौत पुलिस द्वारा शोषण किए जाने के चलते हो गई थी। इसके बाद से ही अमेरिका में काले लोग सड़कों पर उतरकर रंगभेद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका के ये प्रदर्शन अब धीरे धीरे पूरी दुनिया में फैल चुके हैं। यही वजह है कि ब्रिटेन में भी जब एथलीट दंपत्ति को पुलिस ने रोका तो इसे रंगभेद से जोड़ा जा रहा है।